साइना नेहवाल 83वीं राष्ट्रीय सीनियर चैंपियनराष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिशिप के फाइनल मुकाबले में पीवी सिंधु को सीधे गेम में मात देकर अपने खिताब की रक्षा करने में कामयाब रही। तीन बार की पूर्व चैंपियन सायना ने फाइनल मुकाबले में 21-18, 21-15 से सिंधु को मात देकर जीत दर्ज की। सिंधु के नाम इससे पहले यह खिताब दो बार रहा है।
नागपुर में अंतिम संस्करण के फाइनल में, 2012 की ओलंपिक कांस्य पदक विजेता साइना ने रोमांचक संघर्ष के दौरान एक बार फिर सिंधु पर ऊपरी हाथ रखा था, जिससे वह टीआरपी इंडोर स्टेडियम में ताज पहनने में कामयाब रही।
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साइना ने पिछले साल गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स के शिखर सम्मेलन में रियो खेलों की रजत पदक विजेता सिंधु को भी हराया था।
वही पुरूष एकल मैच में सौरव वर्मा ने तीसरी बार सीनियर राष्ट्रीय बैडमिंटन चैंपियनशिप के खिताब पर कब्जा किया है। उन्होने अपने फाइनल मैच में सीधे गेम में युवा लक्ष्य सेन को मात दी है।
मध्य प्रदेश के 26 वर्षीय, जिन्होंने 2011 और 2017 में खिताब जीता था, ने 17 वर्षीय लक्ष्य जो एक एशियाई जूनियर चैंपियन है, उन्हें 21-18 21-13 से मात दी।
यह इन दोनो खिलाड़ियो की सीनियर राष्ट्रीय फाइनल में दूसरी भिड़त थी। इससे पहले जब लक्ष्य 15 साल के थे तब यह दोनो खिलाड़ी साल 2017 में आमने-सामने थे।
पुरूष मिश्रित युगल में, प्रणभ जैरी चोपड़ा और चिराग शेट्टी ने अर्जुन एमआर और श्लोक रामचंदरन को 21-13, 22-20 से मात देकर 33 मिनट के खेल में खिताब पर कब्जा किया।
चिराग और प्रणभ तब एक साथ टूर्नामेंट में नियमित जोड़ीदार बने जब सात्विक रैंकी रैड्डी इंजरी के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे। सात्विक और चिराग पिछले सीजन में उपविजेता रहे थे।
प्रणव के लिए, यह उनका तीसरा राष्ट्रीय खिताब है, जिसने 2013 और 2015 में अक्षय देवलकर के साथ पुरुष युगल का ताज जीता और 2010 में प्राजक्ता सावंत के साथ मिश्रित युगल खिताब जीता।