Thu. Dec 19th, 2024
    रामनाथ कोविंद और मीरा कुमार

    देश के चौदहवें राष्ट्रपति का इंतज़ार आज शाम को ख़त्म हो जायेगा। राष्ट्रपति पद के लिए 17 जुलाई को हुए चुनावों के परिणाम आज शाम तक जारी होंगे। मतगणना सुबह 11 बजे से संसद भवन के कक्ष संख्या 62 में शुरू होगी और शाम को 4-5 बजे के बीच परिणाम आने की उम्मीद है। सभी राज्यों से मतदान पेटियाँ संसद भवन पहुँच चुकी है और कड़ी सुरक्षा के घेरे में है। कुल 32 पेटियों की मतगणना 8 चरणों में होगी। इसके लिए 4 टेबल्स निर्धारित की गई हैं। प्रत्येक टेबल पर 8 मतपेटियों की गणना होगी। लोकसभा के सेक्रेटरी जनरल और राष्ट्रपति चुनाव के रिटर्निंग अफसर अनूप मिश्रा ने इसकी जानकारी दी।

    बता दें कि देश के चौदहवें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 17 जुलाई को वोटिंग हुई थी। इस चुनाव के तहत देश के 29 राज्यों, दिल्ली और पॉन्डिचेरी समेत दो केंद्र शासित प्रदेशों और सदन में वोटिंग हुई थी। वोटिंग का प्रतिशत तकरीबन 99 रहा था। भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए ने जहाँ रामनाथ कोविंद को अपना उम्मीदवार बनाया था वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए ने मीरा कुमार को अपना प्रत्याशी चुना था। मतगणना के एक दिन पहले रामनाथ कोविंद ने गुरुद्वारा बंगला साहिब में जाके मत्था टेका।

    पक्की है कोविंद की जीत

    आंकड़ों के हिसाब से रामनाथ कोविंद की जीत तय मानी जा रही है। ऐसे में परिणामों की घोषणा महज एक औपचारिकता भर रह गई है। उन्हें भाजपा समेत तकरीबन 48 पार्टियों का समर्थन हासिल था और वोटों के गणित के आधार पर वो अपनी प्रतिद्वंदी मीरा कुमार से कहीं आगे थे। दोनों के बीच का मतान्तर कुल मतों का 40-45 फीसदी रहने का अनुमान है।

    गणना में सबसे पहले सदन के मतों की गणना की जायेगी। उसके बाद अंग्रेजी वर्णमाला के हिसाब से आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और बिहार राज्यों का नंबर आयेगा। विजयी प्रत्याशी आगामी 25 जुलाई को देश के चौदहवें राष्ट्रपति के पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।