Sun. Nov 17th, 2024
    राम मंदिर, रामविलास वेदांती

    भाजपा के पूर्व सांसद और राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य राम विलास वेदांती ने राम मंदिर मुद्दे पर बयान दिया है। वेदांती ने राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद को सुलझाने में श्रीश्री रविशंकर की मध्यस्थता को स्वीकार करने से मना कर दिया है। वेदांती ने आगे कहा है कि वह इस आंदोलन से कभी जुड़े ही नहीं और उनकी मध्यस्थता मंज़ूर नहीं होगी।

    कल्कि महोत्सव में हिस्सा लेने आये वेदांती ने मीडिया के संवादाताओं से कहा कि श्रीश्री रविशंकर की मध्यस्थता किसी भी हालत में स्वीकार नहीं की जाएगी। वेदांती ने आगे कहा कि राम जन्मभूमि का आंदोलन राम जन्मभूमि न्यास और विश्व हिन्दू परिषद ने लड़ा है इसीलिए वार्ता का अवसर भी इन्ही दो संगठनों को मिलना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि श्रीश्री रविशंकर कभी भी राम जन्मभूमि आंदोलन से नहीं जुड़े है तो वह कैसे इस मामले की मध्यस्थता कर सकते है।

    बीजेपी के पूर्व सांसद राम विलास वेदांती ने श्रीश्री को लेकर कहा कि जिसने आज तक रामलला के दर्शन नहीं किये है, वह इस मामले की मध्यस्थता कैसे कर सकता है। आगे वेदांती ने कहा कि हम इस आंदोलन के लिए जेल गए और इस मामले का मुकदमा लड़ रहे है। उन्होंने आगे कहा कि इस मामले को सुलझाने की पात्रता श्रीश्री रविशंकर के पास कहा से आयी। पहले श्रीश्री रविशंकर को रामलला के दर्शन और पूजा करनी चाहिए।

    वेदांती ने आगे कहा कि इस मसलें में हम चाहते है कि मुस्लिम धर्मगुरु आगे आये और बैठकर बात करे। हम चाहते है कि हिन्दू और मुस्लिम साथ बैठकर इस मसलें पर हल निकाले। उन्होंने आगे कहा कि हिन्दू और मुस्लिम लोगो की आपसी सहमति के आधार पर मंदिर का निर्माण किया जाए।