Thu. May 2nd, 2024
    मीराबाई चानू

    भारत की शीर्ष भारोत्तोलक मीराबाई चानू जो पहले कई समय से चोटिल थी अब जाकर उन्होने एक सफल वापसी की है और उनका मानना है कि अगर वह टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण का दावा करना चाहती हैं, तो उन्हे कुछ पायदानों से अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा।

    मीराबाई, जो 2017 विश्व चैंपियनशिप 48 किग्रा में गोल्ड मेडलिस्ट रह चुकी है, वह आठ महीने से अपनी कमर की इंजरी के कारण खेल से बाहर चल रही थी, जिसके बाद अब उन्होने पिछेल हफ्ते 49 क्रिगा ईजीएट कप थाईलैंड में अपने नाम स्वर्ण पदक किया है। वह 192 किग्रा के प्रयास के साथ शीर्ष पर रही।

    लेकिन मीराबाई यह भी अच्छी तरह से जानती हैं कि उन्हें जल्द से जल्द 200 किग्रा अंक से आगे जाना होगा ताकि वह अपने नए भार वर्ग में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियो से प्रतिस्पर्धा कर सकें।

    मीराबाई ने अपने इंटरव्यू में कहा, ” 48 से 49 तक 1 किग्रा की वृद्धि के साथ, सभी भारोत्तोलक अब अपनी कुल लिफ्ट को बढ़ाने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा, कुछ भारोत्तोलक, जो पहले 53 किग्रा में प्रतिस्पर्धा कर रहे थे, अब 49 किग्रा के नीचे आ जाएंगे। इसलिए, प्रतियोगिता अब कठिन होगी।”

    “मैं प्रशिक्षण के दौरान 199-200 किग्रा कर रही हूं और मुझे अगले कुछ महीनों में वास्तविक प्रतियोगिताओं में 200 किग्रा से अधिक होने का विश्वास है। मेरा उद्देश्य टोक्यो ओलंपिक से पहले 210 किग्रा को छूना है, जो विश्व रिकॉर्ड होगा। यह आसान नहीं होगा, लेकिन मेरा लक्ष्य यह करना है और मुझे पहले की तुलना में कड़ी मेहनत करनी होगी।”

    24 वर्षीय मणिपुरी के लिए डेढ़ साल में 10 किग्रा में सुधार करना आसान नहीं होगा। 48 किग्रा में उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 196 किग्रा है, जिसे उन्होंने पिछले साल गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के दौरान उठाया था। उसने 2017 विश्व चैंपियनशिप का स्वर्ण (48 किग्रा में) जीता था और कुल 194 किग्रा भार उठाया था।

    पिछले साल, अंतर्राष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएफ) ने ओलंपिक और अन्य वैश्विक कार्यक्रमों में पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए वजन श्रेणियों को फिर से जोड़ा था। महिलाओं की श्रेणी में सबसे कम ओलंपिक वजन पहले के 48 किलोग्राम से 49 किलोग्राम में बदल दिया गया है।

    तुर्कमेनिस्तान में 2018 विश्व चैंपियनशिप नई भार प्रणाली के तहत आयोजित की गई थी और वहां स्वर्ण, रजत और कांस्य विजेताओं ने क्रमशः 209 किलोग्राम, 208 किलोग्राम और 206 किलोग्राम वजन उठाया। चौथे स्थान के फिनिशर ने भी 201 किग्रा भार उठाया था।

    उनका कहना है, ” मैं 209 क्रिगा से अच्छा करना चाहती हूं, अगर में अपने आप को 2020 टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के फ्रेम में रखती हूं। और मैं ऐसा ओलंपिक से पहले करना चाहती हूं। अप्रैल में होने वाली एशियन चैंपियनशिप (चीन) और विश्व चैंपियनशिप जो सितंबर में (थाईलैंड) में आयोजित होगी। उस समय मेरे पास अपना सर्वश्रेष्ठ देने का एक अच्छा मौका होगा।”

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *