Sat. Apr 27th, 2024

    भारत सरकार के युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय ने रविवार को नई दिल्ली में खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2023 के लोगो और शुभंकर ‘उज्ज्वला’ का अनावरण किया। इस अवसर पर केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, पूर्व भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल, भारतीय फ्रीस्टाइल पहलवान और ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त, भारतीय पेशेवर पहलवान सरिता मोर और भारतीय पेशेवर मुक्केबाज अखिल कुमार सहित कई प्रतिष्ठित एथलीट और पैरा एथलीट उपस्थित थे।

    खेलो इंडिया पैरा गेम्स 2023 का आयोजन 10 से 17 दिसंबर 2023 तक दिल्ली में किया जाएगा। इसमें 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 1400 से अधिक प्रतिभागी सात विभिन्न खेलों में प्रतिस्पर्धा करेंगे। ये खेल पैरा एथलेटिक्स, पैरा निशानेबाजी, पैरा तीरंदाजी, पैरा फुटबॉल, पैरा बैडमिंटन, पैरा टेबल टेनिस और पैरा भारोत्तोलन हैं।

    खेलो इंडिया पैरा गेम्स के शुभंकर उज्ज्वला एक गौरैया है। यह दिल्ली की शान और दृढ़ संकल्प और सहानुभूति का प्रतीक है। उज्ज्वला की कहानी यह बताती है कि शक्ति कई रूपों में आती है और मानवीय भावना अटूट है।

    इस अवसर पर बोलते हुए, केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ” यह एक आंदोलन बन गया है और पिछले कुछ वर्षों से खेलो इंडिया में पैरा गेम्स की कमी महसूस की जा रही थी। वर्ष 2018 से अब तक, कुल 11 खेलो इंडिया गेम्स हो चुके हैं और हमें इस वर्ष पैरा गेम्स को शामिल करते हुए बेहद खुशी हो रही है।”

    उन्होंने यह भी कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान, खेलो इंडिया के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्वीकृत बजट 3,000 करोड़ रुपये का था और आज, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि अगले पांच वर्षों के लिए इस बजट को बढ़ाकर 3300 करोड़ रुपये से अधिक कर दिया गया है।

    इस अवसर पर बोलते हुए, भारतीय फ्रीस्टाइल पहलवान और ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने कहा, “भारत सरकार को इस प्रकार की अद्भुत पहल करते हुए देखना बहुत अच्छा है। मैं इन सभी एथलीटों को खेलते हुए देखने के लिए उत्सुक हूं। मैं खेलो इंडिया पैरा गेम्स में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देता हूं।”

    खेलो इंडिया पैरा गेम्स के अनावरण कार्यक्रम के बाद अपना उत्साह साझा करते हुए, पैरा-बैडमिंटन में 2020 ग्रीष्मकालीन पैरालिंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पैरा एथलीट प्रमोद भगत ने कहा, “मेरा मानना ​​​​है कि वर्तमान में पैरा गेम्स का भविष्य बहुत ही उज्ज्वल है, खासकर युवाओं और पैरा एथलीटों के लिए। साथ ही, उन प्रशिक्षकों के लिए भी जो अपने प्रशिक्षण का उपयोग एथलेटिक्स के प्रतिभाओं को निखारने से जुड़े प्रयासों को बढ़ावा देने और उन प्रतिभाओं को खेलो पैरा गेम्स से शुरू करके विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में बढ़ती भागीदारी के लिए भारत के लिए तैयार करने में सक्षम होंगे। यह खेलो इंडिया द्वारा शुरू की गई सबसे महत्वपूर्ण पहलों में से एक है।”

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *