बॉलीवुड स्टार रणवीर सिंह ने कहा है कि मी टू मूवमेंट का भारत पर काफी अच्छा असर हुआ है और उन्हें आशा है कि भारत की पित्रसत्तात्मक सोच में परिवर्तन होना भी शुरू हो गया है।
रणवीर ने टाइम्स नेटवर्क इंडिया इकनोमिक कॉन्क्लेव 2018 (Times Network India Economic Conclave) के मौके पर कहा है कि, “मीटू ऐतिहासिक और क्रन्तिकारी था। इसने लोगों को सोचने के लिए मजबूर कर दिया। यह अपने आप में ही एक बड़ी बात है। यह बहुत असरदार और महत्वपूर्ण साबित हुआ है।”
रणवीर ने आगे कहा कि, “यह सब बहुत जल्दी-जल्दी हो रहा था। यह एक क्रांति थी। कुछ ऐसे दरिन्दे थे जो अब काम नहीं कर पा रहे हैं। मैं जहां से आता हूँ इसने वहां पर बहुत बड़े बदलाव ला दिए हैं। मेरे ख्याल से मीटू ने मर्दों के सोचने का तरीका बदल दिया है।
हर आदमी अब दो बार सोचता है और डरा हुआ है। उन्हें पता है कि अगर अब वह कुछ भी गलत करेंगे तो उनके बारे में दुनिया को पता चल जाएगा। इस आन्दोलन ने जमीनी स्तर पर बहुत बड़े बदलाव किये हैं।”
सहमति के बारे में पूछे जाने पर रणवीर सिंह ने कहा कि, “हम सब ने एक लम्बा समय पित्रसत्तात्मक समाज में रहते हुए गुज़ारा है। कम से कम मैं तो ऐसे ही माहौल में रहा हूँ पर सौभाग्य से जब मैं बड़ा हो रहा था तो मेरे पापा हमेशा बाहर ही रहते थे।
मुझे 4 औरतों ने मिलकर बड़ा किया है जिसमें मेरी माँ, बहन, दादी और पर दादी शामिल थे। शायद इसीलिए मेरा नज़रिया अलग है।
मैंने अमेरिका में रहकर पढ़ाई की है जहां लिंगवादिता बहुत अलग है। इसलिए सेक्स के प्रति मेरा नज़रिया काफी अलग है।” रणवीर सिंह ने यह भी कहा है कि वह भारत में कुछ बदलाव लाना चाहते हैं और भारत के लोगों को सहमति का असली मतलब समझना होगा।”
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