मालदीव के राष्ट्रपति चुनाव से बेदखल राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने देश को राष्ट्रपति पद त्यागने की सूचना दी है। उन्होंने कहा कि बीते राष्ट्रपति चुनावों के नतीजों को वह स्वीकारते हैं। अब्दुल्ला यामीन का कार्यकाल 17 नवंबर को समाप्त होने जा रहा है।
राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने रिश्ते सम्बोधन में कहा कि मेरे गद्दी छोड़ने से पूर्व राष्ट्र को मेरा आखिरी सम्बोधन है। उन्होंने कहा अगले माह मेरा राष्ट्रपति के कार्यकाल का समय पूर्ण हो जायेगा। मेरे इस कार्यकाल के दौरान मेरा नागरिकों के विषय में न जान पाना मेरी सबसे बड़ी असफलता है। अब्दुल्ला यामीन ने कहा की मुझे उम्मीद है बेदखल होने से पूर्व मुझे जनता की सेवा कर का अवसर मिलेगा।
अब्दुल्ला यामीन को 23 सितम्बर को हुए राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी दलों के साझा उमीदवार इब्राहिम सोलिह ने पछाड़ दिया। अब्दुल्ला यामीन की पार्टी नें चुनाव में धांधली के ख़बरों पर शीर्ष अदालत में याचिका दायर की थी।
मंगलवार को अदालत ने अब्दुल्ला यामीन की याचिका को खारिज कर दिया और राष्ट्रपति यामीन के वकील को तीन बेनाम गवाहों को अदालत में पेश करने का हुक्म दिया।
शीर्ष अदालत के जेल में कैद राजनेताओं को रिहा करने के फैसले पर बौखलाकर अब्दुल्ला यामीन ने मालदीव में 45 दिनों का आपातकाल लगाया था। मालदीव के दिग्गज नेता निर्वासित है जिसमे एक विपक्षी पार्टी के नेता मोहम्मद नशीद है। राष्ट्रपति की पार्टी ने चुनाव आयोग पर चुनाव में हस्तक्षेप करने के इरादे से मिटने वाली स्याही के प्रयोग करने का आरोप लगाया था।
अदालत में राष्ट्रपति के वकील ने कहा हमारे समर्थकों ने बताया कि चुनाव पक्षपाती थे। माले में अदालत सुनवाई के दौरान अमेरिका ने तल्ख़ लफ़्ज़ों में कहा था कि मालदीव के नागरिकों के इच्छा के विरुद्ध कुछ हुआ तो वह सख्त कदम उठाने से नहीं हिचकेंगे।
अमेरिका और उसके सहयोगी देश मालदीव पर चीनी प्रभाव बढ़ने से चिंतित थे। विशेषकर अब्दुल्ला यामीन के कार्यकाल के दौरान चीन मालदीव के काफी नजदीक आया है।