Sun. Apr 28th, 2024
    बढ़ती महंगाई

    मुंबई, 3 मई (आईएएनएस)| भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) द्वारा जारी महंगाई अनुमान में त्रुटियां हैं। ये त्रुटियां खासतौर से अप्रैल 2015 और सितंबर 2018 के दौरान पाई गई हैं।

    रिपोर्ट के अनुसार, अध्ययन में उच्च अनुमान में त्रुटियां पाई गई हैं, जब उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में खाद्य पदार्थो का हिस्सा ज्यादा होता है।

    यह बात अप्रैल 2015 से लेकर सितंबर 2018 के दौरान खुदरा महंगाई दर अनुमान के संबंध में कही गई है, जिसमें खाद्य महंगाई दर खासतौर से सब्जियों के दाम में अप्रत्याशित गिरावट को लेकर त्रुटियां उजागर हुई हैं।

    भारत में अप्रैल 2015 से लेकर सितंबर 2018 के दौरान की सीपीआई महंगाई दर के अनुमान की जांच करने पर पाया गया कि दोनों अवधियों-अक्टूबर 2016 से मार्च 2017 और जून-सितंबर 2018-के अनुमान में त्रुटियां हैं।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *