Fri. Apr 26th, 2024

    तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने विधानसभा चुनाव में उल्लेखनीय जीत के लिए अपनी पार्टी की कमान संभालने के बाद आज सीधे तौर पर पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली  है। राजभवन में उन्होंने राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले सोमवार को, बनर्जी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया जहां उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनावों में  विपक्षी दलों के साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ एक “सामूहिक लड़ाई” की बात की थी, लेकिन अंत में उन्होंने  कोविड-19  महामारी और इस संकट से निकलने को अपनी पहली प्राथमिकता बताया। 

    आज सुबह राजभवन के टाउन हॉल में शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ। कोरोना वायरस के मद्देनजर कार्यक्रम छोटा रखा गया था। इसके बाद ममता बनर्जी बंगाल में कोविड-19 की स्थिति को लेकर बैठक करने जा रही हैं। उधर कोलकाता स्थित भाजपा दफ्तर में जेपी नड्डा की अगुवाई में भाजपा विधायक ने राज्य में हिंसा के खिलाफ आंदोलन की शपथ ली।

    शपथ लेने के बाद ममता बनर्जी राज्य सचिवालय जाएंगी। बाकी विधायकों का शपथ ग्रहण गुरुवार और शुक्रवार को होगा। ममता बनर्जी पहली बार 2011 में सीएम बनी थी। उसके बाद 2016 में वह दोबारा प्रदेश की मुख्यमंत्री नियुक्त हुईं।

    “मैं सिर्फ एक स्ट्रीट फाइटर हूं। मैं लोगों का मनोबल बढ़ा सकती हूं ताकि हम भाजपा के खिलाफ एक मजबूत लड़ाई लड़ सकें। व्यक्ति अकेले सब कुछ नहीं कर सकता है और यह एक सामूहिक प्रयास होना चाहिए। अगर सामूहिक रूप से हम कोई निर्णय ले सकते हैं तो ही हम साथ में 2024 की लड़ाई लड़ सकते हैं। लेकिन पहले हमें इस कोविड-19 संकट से लड़ना  है। अब समय नहीं है”। –  ममता बनर्जी

    भाजपा का आरोप ममता बनर्जी करवा रही हैं हिंसा का तांडव 

    एक तरफ जहां ममता बनर्जी का शपथ ग्रहण समारोह हो रहा था वही दूसरी ओर भाजपा बंगाल में हुई हिंसा के खिलाफ धरना दे रही है। जेपी नड्डा भाजपा के विरोध-प्रदर्शन की अगुवाई करेंगे। भाजपा ने ऐलान किया था कि 5 मई को देश के अलग-अलग हिस्सों में बंगाल की हिंसा के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा। भाजपा का दावा है कि बंगाल की हिंसा में उसके 12 कार्यकर्ता मारे गए। जेपी नड्डा ने मंगलवार को पीड़ित परिवारों से मुलाकात भी की थी। 

    कोलकाता के भाजपा दफ्तर में अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जैसे-जैसे चुनाव के नतीजे आए हैं, वैसे-वैसे यहां राजनीतिक हिंसा का तांडव देखने को मिला है। यह हिंसा के खिलाफ लड़ाई वह निर्णायक मोड़ तक लड़ेंगे। 

    “प्रधानमंत्री के बंगाल को विकास की मुख्यधारा में लाने के संकल्प को हम आगे बढ़ाएंगे। विकास की एक नई कहानी हम एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाते हुए निभाएंगे” – कोलकाता के भाजपा दफ्तर में जेपी नड्डा

    By दीक्षा शर्मा

    गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली से LLB छात्र

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *