भूटान के नवनिर्वाचित प्रधानमन्त्री लोटाय त्शेरिंग तीन दिवसीय पहली अधिकारिक यात्रा पर भारत आये हैं। भारत के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने 12 वें पंचवर्षीय कार्यक्रम के लिए भूटान को 4500 करोड़ की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने समकक्षी लोटाय त्शेरिंग के साथ काफी गुफ्तगू भी की थी।
भारत एक भरोसेमंद दोस्त
मीडिया से मुखातिब होते हुए प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भूटान के साथ हाइड्रोपावर सहयोग द्विपक्षीय समझौतों का महत्वपूर्ण भाग है और मंग्देच्छु परियोजना का कार्य जल्द ही समाप्त हो जायेगा। नरेन्द्र मोदी ने कहा कि उन्होंने भूटानी प्रधानमन्त्री को सुनिश्चित किया कि एक भरोसेमंद दोस्त की तरह भारत भूटान के विकास में एक अलहदा किरदार निभाता रहेगा। उन्होंने कहा भारत भूटान के 12 वें पंचवर्षीय कार्यक्रम में 4500 करोड़ का योगदान दे रहा है।
सुषमा स्वराज से मुलाकात
दिन की शुरुआत में लोटाय त्शेरिंग का राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक तरीके से भव्य स्वागत हुआ था। भूटानी प्रधानमंत्री ने भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मुलाकात की थी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि सुषमा स्वराज ने लोटाय त्शेरिंग को भूटान के प्रधानमन्त्री बनने की शुभकामनाएं दी थी। साथ ही दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों से सम्बंधित सभी मसलों पर अपने विचारों को साझा किया था। लोटाय त्शेरिंग ने राजघाट में स्थित महात्मा गाँधी की समाधि पर पुष्प भी अर्पित किये थे।
भूटानी पीएम की भारत यात्रा
लोटाय त्शेरिंग गुरूवार को अपनी पहली अधिकारिक विदेश यात्रा पर भारत आये थे। बीते माह भूटान में प्रधानमन्त्री त्शेरिंग की पार्टी को भारी मतों से जीत मिली थी।
भूटान में तीसरी दफा हुए संसदीय चुनावों में एक नई पार्टी की जीत हुई थी। इस पार्टी के मुखिया प्रधानमंत्री लोटाय त्शेरिंग थे। विदेश सचिव ने कहा था कि भारत की भूटान के साथ दोस्ती का विस्तार करना और सहयोग करना भारत की प्राथमिकताओं की फेराहिश्त में शामिल है जो भूटान के राजशाही सरकार की प्राथमिकताओं पर आधारित है।