अमेरिका में भारतीय दूतावास के राजदूत ने कहा कि “भारत और अमेरिका में बीच न सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय मसलों पर बल्कि आर्थिक दृष्टिकोण भी दोनों देशों का एकसमान है। बीते कुछ वर्षों से दोनों देशों के सम्बन्ध संयुक्त विश्वास और भरोसे के इर्द-गिर्द असल व्यापक साझेदारी पर टिके हैं।
भारतीय राजदूत हर्षवद्धन शृंगला ने कारोबारी दर्शकों से कहा कि “साल 2016 और साल 2017 में नरेंद्र मोदी की वांशिगटन यात्रा से भारत अमेरिका सम्बन्ध को द्विदलीय समर्थन मिला था। कारोबारी समुदाय और अमेरिकी कांग्रेस में उनका इस्तकबाल बड़ी गर्मजोशी से किया था। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने मूल्यों, प्राथमिकताओं, चिंताओं और हितों के बाबत बातचीत की थी।”
उन्होंने कहा कि “दोनों नेताओं ने व्यापार साझेदारी का विस्तार करने की प्रतिबद्धता दिखाई थी। जिसका फोकस रोजगार सृजन और एक-दूसरे की प्राथमिकताओं को समझना था। अमेरिका के साथ संबंधों को मज़बूत करने के लिए भारत सरकार प्रतिबद्ध है। बीते माह दिल्ली में द्विपक्षीय वाणिज्य वार्ता की गयी थी। बीते दशक में भारत और अमेरिका के बीच सालाना द्विपक्षीय व्यापार दोगुना हो गया है। साल 2017 में यह 58 अरब डॉलर था और साल 2017 में बढ़कर 126 अरब डॉलर हो गया है।”
राजदूत ने कहा कि “दोनों पक्ष आपस में बातचीत जारी रखेंगे और द्विपक्षीय व्यापार का विस्तार करेंगे। दोनों पक्ष द्विपक्षीय व्यापार में सुधार के लिए मार्गों को ढूंढने के लिए तैयार हो गए हैं और अपने देशों में बाजार तक पंहुच बढ़ाने के लिए तैयार हो गए हैं। साल 2018 में द्विपक्षीय व्यापार 87.5 अरब डॉलर से अधिक था। अमेरिका ने साल 2018 में भारत में 30 प्रतिशत अधिक निर्यात किया है जो 33 अरब डॉलर हैं। वही भारत ने अमेरिका में 54 अरब डॉलर का निर्यात किया है इसमें 12 फीसद वृद्धि हुई है। साल 2018 में द्विपक्षीय व्यापार घाटे में सात प्रतिशत की कमी आयी है।”
उन्होंने कहा कि “एक जीवंत और विशाल भारतीय अमेरिकी समुदाय की उपस्थिति दोनों देशों के बीच एक जोड़ से बना हुआ है। 227000 से अधिक भारतीय छात्र अमेरिका में शिक्षा ले रहे हैं और ये प्रत्येक वर्ष अमेरिकी अर्थव्यवस्था में 6.5 अरब डॉलर का योगदान का योगदान देते हैं। अमेरिका के पर्यटकों के हमेशा से ही भारत के पर्यटन का केंद्र रहा है, साल 2017 में 13 लाख अमेरिकी पर्यटक भारत आये थे।”
उन्होंने कहा कि “इसी संख्या में भारतीय पर्यटक भी अमेरिका गए थे। अमेरिका में पर्यटन पर खर्च करने वाला भारत छठा सबसे बड़ा देश है। दोनों देश आर्थिक वृद्धि, रोजगार सृजन और हमारी जनता के बीच करीबी संबंधों को सहयोग करने के लिए क्षमता का विस्तार करने की तरफ देख रहे हैं।”