Tue. Apr 30th, 2024
    नरेंद्र मोदी और अमित शाह

    आज संसद परिसर में भाजपा के संसदीय दल की बैठक होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी इस बैठक में शामिल होंगे। दोनों बैठक को सम्बोधित भी करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक में अपने सांसदों को कोई कड़ा सन्देश देंगे। पिछली बैठक में मोदी ने सांसदों को सदन में अपनी उपस्थिति सुधारने के लिए कहा था। हालांकि इसके बाद भी राज्यसभा में भाजपा सांसदों की उपस्थिति में कोई सुधार नहीं आया था। प्रधानमंत्री मोदी इससे काफी नाराज थे। यह गुजरात राज्यसभा चुनावों के बाद पार्टी संसदीय दल की पहली बैठक है और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पहली बार बतौर सांसद इसमें शिरकत करेंगे। यह मानसून सत्र की आखिरी बैठक भी है इसलिए पार्टी इसमें कुछ अहम निर्णय भी ले सकती है।

    गुजरात में हुए राज्यसभा चुनावों में भाजपा ने तीन में से दो सीटों पर जीत दर्ज की। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने 46-46 मत प्राप्त कर के जीत हासिल की वहीं कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले अहमद पटेल ने 44 मत प्राप्त कर भाजपा की लाख कोशिशों के बावजूद महज आधे मतों से राज्यसभा सदस्यता हासिल की। कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगे था कि उसने अहमद पटेल को हारने के साम, दाम, दंड और भेद के हर मुमकिन तरीके अपनाये पर उसे सफलता नहीं मिली। कल रात जीत के बाद अहमद पटेल ने भी ट्वीट किया था ‘सत्यमेव जयते’। कांग्रेस अहमद पटेल की इस जीत को गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले मिली संजीवनी मान रही है और इसे भाजपा पर अपनी मनोवैज्ञानिक बढ़त मान रही है। वहीं भाजपा इसे चुनाव आयोग के गलत फैसले का परिणाम मान रही है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पहली बार राज्यसभा पहुँचे हैं वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी लगातार दूसरी बार राज्यसभा पहुँची हैं। उम्मीद है इस बैठक में गुजरात राज्यसभा चुनावों पर चर्चा हो और देश के कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर रणनीति बने।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।