बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पुत्र तेजस्वी यादव मंगलवार, 5 सितम्बर से बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। आज उन्होंने समस्तीपुर से दौरे की शुरुआत की। इस दौरान जब उन्हें समस्तीपुर में इंटरनेट सिग्नल नहीं मिला तो उन्होंने ट्वीट के माध्यम से बिहार की नीतीश सरकार पर हमला बोला। अपने ट्विटर हैंडल पर उन्होंने लिखा, “आज से दो दिनों के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर हूँ। बिहार सरकार के निर्देशानुसार इंटरनेट बंद है।” इसके बाद अगले ही ट्वीट में उन्होंने बिहार सरकार से सवालिया लहजे में पूछते हुए लिखा, “विधानसभा में मेरे भाषण का लाइव टेलीकास्ट रोका, भागलपुर में सभास्थल पर धारा 144 लगवाई। अब इंटरनेट सेवा बंद करवा रहे हैं लेकिन जनता को कैसे रोकोगे?”
आज से दो दिन बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर हूँ। वहाँ बिहार सरकार के निर्देशानुसार इंटरनेट बंद है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 5, 2017
विधानसभा में मेरे भाषण का Live telecast रोका, भागलपुर में सभास्थल पर धारा 144 लगवाई। इंटरनेट बंद करवा रहे। लेकिन जनता को कैसे रोकोगे? https://t.co/s3LvruJ7mp
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 5, 2017
तेजस्वी यादव के इस ट्वीट पर मिली जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। उनके ट्वीट के लिए यूजर उन्हें लगातार ट्रोल कर रहे हैं। उनके ट्वीट के जवाब में उनकी पार्टी आरजेडी ने लिखा है, “नीतीश सरकार तेजस्वी जी की लोकप्रियता से डर गई है। उनके दौरे से ठीक पहले मधेपुरा, किशनगंज, अररिया, सुपौल में इंटरनेट बंद करवा दिया गया है।” तेजस्वी यादव इससे पहले भी सुर्ख़ियों में रहे थे जब भागलपुर जिला प्रशासन ने उनकी रैली रद्द कर दी थी। इससे नाराज होकर तेजस्वी यादव भागलपुर रेलवे स्टेशन परिसर में ही धरने पर बैठ गए थे। नीतीश कुमार के भाजपा के साथ जाकर सरकार बनाने के बाद से ही पूरा यादव परिवार नीतीश सरकार पर हमलावर रहा है। तेजस्वी यादव वर्तमान में बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं।
जेडीयू का पलटवार, कहा “फाइव स्टार” नेता
तेजस्वी यादव के इस ट्वीट पर जेडीयू ने पलटवार किया है। बिहार के सत्ताधारी दल जेडीयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने तेजस्वी यादव को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव “फाइव स्टार” नेता हैं जो बाढ़ का पानी उतरने के बाद बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुँचे हैं। वह पर्यटन के मकसद से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हालात का जायजा लेने पहुँचे हैं। आगे उन्होंने कहा कि यदि तेजस्वी यादव यह बताते कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों और जनजीवन को पटरी पर लाने के लिए किये जा रहे कार्यों में क्या कमी है और इससे कैसे निपटा जाए तो बात और होती। लेकिन तेजस्वी यादव ऐसा ना करके दूसरे मुद्दों को उठाकर जनता का ध्यान भटकाने का काम कर रहे हैं।
बाढ़ की विभीषिका झेल रहा है सीमांचल
बिहार में सीमांचल क्षेत्र के 19 जिलों में बाढ़ का कहर है। इस क्षेत्र की करीब 1.7 करोड़ जनता बाढ़ की मार से त्रस्त है और सरकारी आँकड़ों के मुताबिक बाढ़ से अभी तक 500 से भी अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। चम्पारण से लेकर किशनगंज तक के लोग बाढ़ की मार झेल रहे हैं और दुश्वारियों में अपना जीवन-यापन करने को मजबूर हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद भी मंगलवार से ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने वाले थे। ऐसे में माना जा रहा है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने का तेजस्वी यादव का यह कार्यक्रम अचानक ही बना है।