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    फ्री वाई-फाई से युक्त आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे

    आगरा से लखनऊ तक भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे अब जल्द ही फ्री वाई-फाई सुविधा से युक्त होगा। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को जनता के लिए खोले जाने के करीब एक साल बाद यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस छह लेन एक्सप्रेसवे पर ऑप्टिकल फाइबर केबल (ओएफसी) लगाने के लिए जगह देने की पेशकश की है।

    योगी सरकार का कहना है कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य राजस्व अर्जित करना है। फ्री वाई-फाई सुविधा देने के लिए इस 302 किमी लंबे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर ओएफसी लगाने के लिए किसी निजी कंपनी को लीज पर काम दिया जाएगा।

    सरकार का कहना है कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक निगरानी और घटनाओं का पता लगाने के लिए हर दो किमी. पर सीसीटीवी कैमरे तथा चालक की सुविधा और सुरक्षा के लिए फोन हेल्पलाइन सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इस सिस्टम के जरिए यह एक्सप्रेसवे एक वर्ल्ड क्लास यातायात सुविधा देने में सक्षम होगा।

    यूपी सरकार ने कहा है कि “यह एक्सप्रेसवे दूरसंचार उद्योगों के लिए भी रोमांचक संभावनाएं पेश करता है, क्योंकि उत्तर प्रदेश देश के सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों में से एक है। दूरसंचार कंपनियों द्वारा ऑप्टिकल फाइबर का उपयोग टेलीफ़ोन सिग्नल, इंटरनेट संचार आदि के लिए किया जाता है। जिस तरह से देश में डिजिलटलाइजेशन का प्रचलन बढ़ा है, उसे देखते हुए यह कदम अपनी प्रभावी भूमिका निभाएगा।”

    गौरतलब है कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर अभी तक कोई भोजनालय अथवा पेट्रोल पंप नहीं है, संभव है जल्द ही इसे इन सुविधाओं से भी युक्त किया जाएगा। यूपी सरकार ने जारी निर्देश में कहा है कि प्रत्येेक रेस्टोरेेंट अथवा भोजनालय में कम से कम 10 ग्लोबल और घरेलू ब्रांड जैसे मैकडॉनल्ड्स, केएफसी, स्टारबक्स, बरिस्टा, डंकिन डोनट्स तथा हल्दीराम को भी संभावित बोलीदाताओं की विस्तृत सूची में शामिल किया जाना चाहिए।

    बोली लगाने संबंधी इन दस्तावेजों से उल्लिखित है कि उपरोक्त सुविधाओं से इस एक्सप्रेसवे पर ना केवल यात्रियों की संख्या में इजाफा होगा बल्कि संबंधित व्यवसाय को भी प्रर्याप्त अवसर मिलेंगे। सुविधाओं को आयाम देने के लिए इन्हें रणनीतिक रूप से योजनाबद्ध भी किया जा चुका है।