आरबीआई और केंद्र के बीच चल रही तल्खी के बीच यह बड़ी खबर निकाल कर सामने आई है, इसके अनुसार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल ने पिछले हफ्ते एक दूसरे से मुलाक़ात की है।
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार यह बैठक शुक्रवार को सम्पन्न हुई है, जिसमें दोनों ने वर्तमान में केंद्र और आरबीआई के बीच चल रहे मुद्दे का हल निकालने की कोशिश की है।
हालाँकि इस मीटिंग पर तल्ख टिप्पणी करते हुए पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने इसे ‘गिने जाने वाला दिन’ बताया है।
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वहीं सूत्रों ने मीडिया को बताया है कि इस बैठक का उद्देश्य मुख्यतः प्रधानमंत्री द्वारा उर्जित पटेल को सरकार की नीतियों के उद्देश्य के विषय में बताना था, इसी के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने उर्जित पटेल को यह भी बताया है कि केंद्र सरकार देश की जनता के प्रति उत्तरदायी है।
इस बैठक के बाद मीडिया के बीच खबरें आ रहीं है कि अब आरबीआई अपनी नीतियों में कुछ लचीलापन लाने के बारे में विचार कर सकती है, इसी के साथ आरबीआई अब लघु उद्योग और बैंकों को ऋण देने के अपने इरादे को भी नरम बना सकती है।
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मालूम हो कि आरबीआई के लाभांश के चलते सरकार ने आरबीआई पर काफी दबाव बनाने की कोशिश की थी। इसी के साथ ही बीच में खबरें आ रहीं थीं कि केंद्र देश के कर्ज़ को कम करने के लिए आरबीआई से उसके रिज़र्व का एक तिहाई हिस्सा चाह रही थी।
कॉंग्रेस ने खुले तौर पर केंद्र सरकार के ऊपर आरोप लगाया है कि वह आरबीआई से 1 लाख करोड़ रुपये की मांग कर रही है।
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