Sat. Apr 27th, 2024

    दिल्ली सरकार पर भले ही प्रदूषण को लेकर लापरवाह होने के इल्जाम लग रहे हों, लेकिन इस मुद्दे पर मुंबई सरकार ने गंभीरता पूर्वक विचार करना शुरू कर दिया है। जी हां, वैसे तो प्रदूषण के मामले में मुंबई भी हर साल दिल्ली के मुकाबले कुछ खास पीछे नहीं रहती, लेकिन इस बार दिल्ली की इस दुर्दशा को देखकर मुंबई सरकार सतर्क हो गयी है।

    अब इस समस्या से निजात पाने के लिए मुंबई ने इलेक्ट्रॉनिक बसे चलाने का फैसला किया है। मुंबई की ‘बेस्ट बस सर्विस प्रदूषण से निजात पाने के लिए 10 नवंबर 2017 से एक नया प्रयास शुरू करने जा रही है। प्रत्येक बस की कीमत करीब 1 करोड़ 61 लाख रुपए बताई जा रही है।

    प्रत्येक बस 31 सीटों से लैस बताई जा रही है। बेस्ट कमिटी के चेयरमैन अनिल कोकिल ने 10 नवंबर से इन बसों को सड़कों पर उतारने का एलान किया है। इस सेवा को पहले दिन कुछ सर्विसों पर चलाया जाएगा तथा अगले दिन से पब्लिक शेड्यूल्ड के तहत बसों की सर्विस शुरू की जाएगी।

    इस उद्घाटन के मोके पर आदित्य ठाकरे भी मौजूद रहेंगे। ऐसी खबर सुनने में आ रही है। फ़िलहाल मुंबई में डीज़ल और सीएनजी से 3777 बसे चलाई जाती है। ऐसे में यह बसें जहां एक तरफ कम प्रदूषण करेंगी, वहीं बहुत कम शोर करेंगी। एक बार चार्ज होने के बाद ये बसें 300 किलोमीटर तक चलने में सक्षम होंगी।

    ऐसा माना जा रहा है कि इन बसों का चलवाने का सुझाव खुद आदित्य ठाकरे ने दिया था। इसलिए इस सेवा का उद्घाटन भी वो स्वयं करेंगे।

    मुंबई की ये बस सेवा प्रदूषण कम करने सहायक होगी इसमें कोई दो राय नहीं है। ऐसा माना जा रहा है कि अगर ये योजना कारगर साबित हुई तो आने वाले समय में इलेक्ट्रॉनिक बसों की संख्या में और बढ़ोतरी हों सकती है।