विषय-सूचि
प्रकाश वर्ष की परिभाषा (light year definition in hindi)
प्रकाश वर्ष वह खगोलीय मापक है जिसे अंतरिक्ष में तारों और ग्रहों के बीच की दूरी का आकलन करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
भ्रमांड में मौजूद तारों आदि के बीच की दूरी को नापने के लिए प्रकाश वर्ष का इस्तेमाल किया जाता है। उदाहरण के तौर पर, धरती के सबसे पास मौजूद तारा प्रोक्सिमा सेंचुरी, हमसे 4.25 प्रकाश वर्ष दूर है।
प्रकाश वर्ष किसका मात्रक है (light year is unit of in hindi)
प्रकाश वर्ष कोई समय सूचक नहीं, जैसा कि इसके नाम से लगता है। प्रकाश वर्ष दूरी का मात्रक है।
एक प्रकाश वर्ष उस दूरी के बराबर है जो प्रकाश (रोशनी) एक वर्ष में तय करता है।
प्रकाश वर्ष का महत्व (Importance of Light year in hindi)
चूँकि अंतरिक्ष में सब कुछ एक दूसरे से बहुत दूर है, किलोमीटर या मील का प्रयोग संभव नहीं। उदाहरण के लिए, पृथ्वी से सबसे समीप तारा, “ प्रोक्सीमा सेंटोरी ” हमसे 24,000,000,000,000 मील दूर है।
ये संख्याएँ इतनी बड़ी हो जाती हैं की इनसे काम करना मुश्किल हो जाता है। यही बड़ी संख्या को केवल 4.25 प्रकाश वर्ष लिखा जा सकता है जिसका उपयोग आसान होता है।
इस मापक के लिए प्रकाश ही मानक माना गया, क्योंकि प्रकाश की गति हर माध्यम में समान होती है – 3,00,000 किलोमीटर प्रति सेकंड। इस हिसाब से एक प्रकाश वर्ष में 3,00,000 * 365 दिन * 24 घंटे * 60 मिनट * 60 सेकंड = 9460.8 बिलियन किलोमीटर होते हैं।
भूतकाल को देखना (Looking into past through light year)
प्रकाश को एक स्थान से दूसरे स्थान जाने में समय लगता है। यह वही सिद्धांत है जिस पर प्रकाश वर्ष की परिभाषा आधारित है। परंतु प्रकाश की गति इतनी तेज़ है कि स्विच जलाते ही बल्ब जल जाता है और हमे लगता है कि प्रकाश तात्कालिक है।
प्रकाश के इसी गुण के कारण हम एक रोमांचक घटना के साक्षी भी बन पाते हैं – भूतकाल को देखना। और ये कोई नई बात नहीं है। ऐसा हम हर रोज़ अनुभव करते हैं, बस पहचान नहीं पाते।
सूर्य की रोशनी को धरती तक पहुँचने में करीब 8 मिनट लगते हैं। इसका मतलब यह हुआ कि हम जो सूरज को देखते हैं, वह 8 मिनट पुराना है और अभी वैसा नहीं दिखता। वह ऐसा 8 मिनट पहले दिख रहा था।
“एंड्रोमेडा आकाशगंगा” पृथ्वी से 2 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर है। इसका मतलब है कि हम जिस आकाशगंगा को देख रहे हैं वह वैसी 2 मिलियन साल पहले दिखती थी क्योंकि प्रकाश को वह से हम तक पहुँचने में 2 मिलियन साल लग गए!
अलग-अलग रंगों के तारे (Coloured stars in hindi)
इनके अलावा कुछ तारे ऐसे भी होते हैं जो लाल या पीले दिखते हैं। जब किसी दूर के तारे से प्रकाश निकलता है, तब धीरे धीरे उसकी तरंगदैर्ध्य (wavelength) बढ़ने लगती है। क्योंकि लाल रंग “ विज़िबल स्पेक्ट्रम ” में सबसे नीचे आता है, लाल तारा पीले तारे से दूर होता है।
जहाँ जहाँ हमे कुछ नहीं दिखता (काला), वहाँ के तारे हमसे इतना दूर हैं कि उनका तरंगदैर्ध्य इतना बढ़ गया कि विज़िबल स्पेक्ट्रम से बाहर हो गया और हमें कुछ नहीं दिखता। उन्हें देखने के लिए विशिष्ट इंफ्रारेड उपकरणों का उपयोग किया जाता है।
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Kya hum 100000 lighth year se dekhe to hume pruthvi par dinosaur dek skate hai