देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस के सितारे आजकल गर्दिश में हैं। कांग्रेस की राज्य इकाईयों से बगावत की खबर आना अब आम बात हो गई और एक-एक कर पार्टी के वरिष्ठ नेता भी आलाकमान के खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं। इस सूची में नया नाम जुड़ा है मनमोहन सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे दिग्गज कांग्रेसी मणिशंकर अय्यर का। देवभूमि कहे जाने हिमाचल प्रदेश के कसौली में आयोजित खुशवंत सिंह लिटफेस्ट के दूसरे दिन मनमोहन सरकार में पेट्रोलियम मंत्री रहे मणिशंकर अय्यर ने कहा कि नरेंद्र मोदी के विषय में कही गई मेरी बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। मैंने यह कभी नहीं कहा कि एक चाय वाला प्रधानमंत्री नहीं बन सकता। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी चाय बेचने वाले नहीं थे। उनके पिता कैंटीन चलाते थे लिहाजा वह कभी-कभी दुकान पर बैठ जाते थे।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि हम मोदी सरकार द्वारा जीएसटी के अंतर्गत आने वाली 27 वस्तुओं पर कर घटाए जाने के फैसले का स्वागत करते हैं। अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए जीएसटी पर थोड़ा बहुत रोलबैक जरुरी है। मणिशंकर अय्यर ने कहा कि बतौर वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी के कार्यकाल के समय अगर जीएसटी को बुनियादी तौर पर सबने स्वीकारा होता तो आज देश में ऐसी परिस्थितियां नहीं होती। मणिशंकर अय्यर ने कहा कि मोदी सरकार को अलग-अलग वस्तुओं के अलग-अलग मूल्य पहले ही निर्धारित करने चाहिए थे पर ऐसा ना होने से लोगों को जीएसटी की वजह से दिक्कतें पेश आईं। मोदी सरकार को जीएसटी पर सबकी राय लेनी चाहिए थी और अर्थशास्त्रियों की बात माननी चाहिए थी। ऐसा करने से अर्थव्यवस्था में आई मंदी से बचा जा सकता था।
बसपा से हाथ मिलाए कांग्रेस
मणिशंकर अय्यर ने कांग्रेस के राजनीतिक भविष्य और सियासी रणनीतियों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अभी बुरे दौर से गुजर रही है। गोवा और मणिपुर में सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद कांग्रेस सत्ता में नहीं आ सकी। भाजपा ने कांग्रेस से कम सीटें जीतकर दोनों जगह सरकार बनाई। दोनों ही जगह भाजपा ने गठबंधन बनाने में तत्परता दिखाई। कांग्रेस को पुनर्गठित होने के लिए संजीवनी की जरुरत है। मणिशंकर अय्यर ने कहा कि 2019 लोकसभा चुनावों से पूर्व कांग्रेस को बसपा के साथ गठबंधन कर लेना चाहिए। भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए यह जरुरी है। भाजपा भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहती है जबकि कांग्रेस सभी धर्म के लोगों के साथ मिलकर भारत को एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बनाने के प्रति कटिबद्ध है।
सोनिया-राहुल पर बरसे अय्यर
अपने सेशन के दौरान मणिशंकर अय्यर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी और उपाध्यक्ष राहुल गाँधी पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस में मेरी हालत वही है जो भाजपा में यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और शत्रुघ्न सिन्हा जैसे नेताओं की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने हैं पर सबको पहले से ही पता है कि अध्यक्ष कौन बनेगा। मणिशंकर अय्यर ने कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष या तो मां बनेगी या फिर बेटा। जब कोई प्रत्याशी है ही नहीं तो अध्यक्ष बनने के लिए चुनाव कैसे होंगे? पार्टी में बेशक मुझे अनदेखा किया जा रहा है, लेकिन मैं जन्मजात कांग्रेसी हूँ और रहूँगा। तमिलनाडु से कांग्रेस का सदस्य बना हूँ और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का चुनाव लडूँगा। हार-जीत की परवाह नहीं, लेकिन मुकाबला अवश्य करूँगा।”