गुरुवार को लोकसभा में तीन तलाक बिल पास हो गया। अब सोमवार को इसे राज्यसभा में पेश किया जाएगा, जहाँ सत्ता पक्ष के पास बहुमत नहीं है। ऐसे में सरकार को ये बिल पास कराने के लिए विपक्ष की जरूरत पड़ेगी और विपक्ष के तेवरों से लगता नहीं है कि सरकार के लिए इस बिल को पास करना इतना आसान होगा।
कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी के सी वेणुगोपाल ने कहा है कि कांग्रेस इस बिल को राज्यसभा में किसी कीमत पर पास नहीं होने देगी। उन्होंने कोच्ची में पत्रकारों से कहा कि हम दूसरी पार्टियों से बात कर रहे है, हम किसी भी हाल में मौजूदा बिल को पास नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा दस विपक्षी दल मुस्लिम महिलाओं (विवाह पर अधिकारों का संरक्षण) विधेयक, 2018 के खिलाफ खुलकर सामने आए थे, जब इसे लोकसभा में पेश किया गया था। यहां तक कि विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल कांग्रेस और केंद्र सरकार का समर्थन करने वाली AIADMK सहित पार्टियां इसके खिलाफ खुलकर सामने आई हैं।
वेणुगोपाल ने कहा कि तीन तलाक को आपराधिक कृत्य बनाने का प्रस्ताव है इस बिल में और यह कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के लिए बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं था। “… विधेयक महिलाओं को सशक्त बनाने में मदद नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि इस बिल पर यूपीए में कोई दुविधा की स्थिति नहीं है। यूपीए में शामिल सभी दल इस स्वर से इस बिल के खिलाफ है।
दूसरी तरफ सरकार को उम्मीद है कि वो इस बिल को राज्यसभा में पास करा लेगी। क़ानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा “इस बिल का विरोध सिर्फ इसलिए नहीं होना चाहिए कि ये भाजपा ले कर आई है। इस बिल का राजनितिक विरोध नहीं होना चाहिए क्योंकि ये बिल महिलाओं की भलाई के लिए है। मुझे पूरा भरोसा है कि हम राज्यसभा में इस बिल के लिए समर्थन हासिल कर लेंगे”
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