अभिनेत्री तापसी पन्नू ने महिला शक्ति को नया नाम और चहरा दिया है, और इस सब का श्रेय जाता है उनकी ‘नाम शबाना’ और ‘पिंक’ जैसी फिल्मों को। अभिनेत्री जिन्होंने सीरीज “लाखो में एक सीज़न 2” का टीज़र पेश किया है, उनका मानना है कि महिला समान, अगर ज्यादा नहीं, पुरुषों जितनी साहसिक होती हैं।
प्राइम एक्सक्लूसिव सीरीज “लाखों में एक” के टीज़र विडियो में, तापसी ने कुछ शब्दों का उच्चारण कर बताया कि कैसे सभी बहादुर शब्दों में केवल पुरुषों का ज़िक्र आता है, महिलाओं का नहीं। उनके बोल वाकई विचारणीय हैं।
तापसी ने कहा-“जो वाक्यांश मैंने अक्सर सुना है … स्क्रीन पर या वास्तविक जीवन में साहस का इस्तेमाल करने के लिए वो है ‘पुरुष बनो’, जो अक्सर मुझे परेशान करता है क्योंकि मेरा मानना है कि महिलाएं समान रूप, यदि अधिक नहीं, साहसी हैं।”
उन्होंने आगे कहा-“लाखो में एक सीज़न 2 एक ऐसी सीरीज है जहाँ डॉ. श्रेया के माध्यम से – शो की नायिका, हम एक महिला की निडरता को देखते हैं क्योंकि वह प्रणाली के खिलाफ बहादुरी से लड़ती है और साबित करती है कि साहस को लिंग के रूप में परिभाषित नहीं किया जाना चाहिए।”
शो में, श्रेया का किरदार निभा रही हैं अभिनेत्री श्वेता त्रिपाठी जिनकी पोस्टिंग एक गाँव में एक कैटरेक्ट कैंप के आयोजन के लिए होती है। गांववालों सरकारी चिकित्सा में ज्यादा विश्वास करने वाले नहीं होते हैं क्योंकि उन्हें ठीक तरीके से चिकित्सा सेवाएं नहीं मिलती हैं।
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और जहाँ किसी के स्वास्थ का सवाल है तो मेडिकल स्टाफ भी कोई ड्रीम टीम नहीं है। श्रेया प्रणाली के खिलाफ लड़ने का फैसला करती है और बदलाव लेकर आती है।
तापसी की बात की जाये तो, वह इन दिनों अनुराग कश्यप की फिल्म ‘सांड की आँख’ की शूटिंग में व्यस्त हैं जिसमे उनका साथ दे रही हैं भूमि पेडनेकर।