रिलायंस जियो ने हाल ही देश के टेलीकॉम सेक्टर के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण बयान दिया है।
जियो ने अपने बयान में कहा है कि देश में बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जो आज भी फीचर फोन का उपयोग करते हैं, ऐसे जब तक सभी तक उच्च तकनीक नहीं पहुँच जाती है, तब तक देश के टेलीकॉम क्षेत्र में टैरिफ दरों को बढ़ाया नहीं जा सकता है।
इस संबंध में जियो के प्रेसिडेंट मैथ्यू ओमेन ने बयान देते हुए कहा है कि ” देश में अभी भी 40 करोड़ लोग ऐसे हैं जो आज भी फीचर फोन का उपयोग करते हैं, ऐसे में देश में टैरिफ बढ़ाने से उन लोगों तक तकनीक को पहुंचाना मुश्किल हो जाएगा।”
ओमेन ने ये बातें इंडियन मोबाइल कॉंग्रेस के दौरान अपने भाषण में कही हैं।
इसी के साथ ओमेन ने टेलीकॉम क्षेत्र से जुड़ी सभी कंपनियों को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि कंपनियों को तकनीक के मामले में नयी खोज करते रहना होगा अन्यथा कंपनियाँ बाज़ार से गायब हो जाएंगी।
ओमेन ने कहा कि “टेलीकॉम सेवा प्रदाता होने के नाते हमें यह बात पता होनी चाहिए कि हम 1जीबी डाटा की कीमत घटा कर अधिक मुनाफा कमा रहे हैं या 1जीबी डाटा की कीमत बढ़ा कर अधिक मुनाफा कमा रहे हैं। इसके लिए हमें खोजें करती रहनी होंगी, अन्यथा हम बाज़ार से हटा दिये जाएँगे।”
देश में दस्तक देने जा रही 5G सुविधा के लिए ओमेन ने बताया है कि देश में 2019-20 तक 5जी को जमीन पर उतारने के लिए जरूरी काम पूरा हो जाएगा, लेकिन 5जी अनुकूल डिवाइस के आने व सस्ते 5G प्लान के बाज़ार में लाने के लिए वर्ष 2021 तक तक का समय लग जाएगा।
देश में 5G अनुकूलित डिवाइस अभी मौजूद नहीं है, लेकिन उम्मीद है कि वर्ष 2019 के मध्य तक बाज़ार में 5G फोन आने लगें।
मालूम हो कि जियो देश में 5जी सेवा के लिए 28 गिगाहर्ट्ज वाले स्पेक्ट्रम का उपयोग कर रहा है, वहीं स्वीडिश कंपनी एरिक्सन के साथ मिलकर ड्राईवर रहित कार की तकनीक पर भी काम कर रही है।