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    मोदी और योगी

    अब वह दौर गुजर गया जब देश में भाजपा को ‘मुस्लिम विरोधी’ पार्टी माना जाता था और मुस्लिम मतदाता भाजपा के पक्ष में मतदान नहीं करते थे। 2014 के लोकसभा चुनावों और उत्तर प्रदेश के हालिया विधानसभा चुनावों में मुस्लिम मतदाताओं ने सपा और कांग्रेस के ‘मुस्लिम हितैषी’ होने के ढ़कोसलों से परे जाकर बड़ी संख्या में भाजपा के पक्ष में मतदान किया। देश के दो सबसे सशक्त भाजपा नेता और हिंदुत्व के चेहरों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुस्लिम महिलाओं के हक़ में ट्रिपल तलाक के विरुद्ध आवाज उठाई थी। यह एक अप्रत्याशित बात थी क्योंकि दोनों की छवि ‘मुस्लिम विरोधी’ नेता की रही है। लेकिन इस कु-प्रथा के विरुद्ध लड़ाई में साथ देने के बाद इन दोनों भाइयों को मुस्लिम बहनों का भरपूर समर्थन और प्यार मिला है। इस मुद्दे पर उनके हक़ की आवाज उठाने के लिए मुस्लिम बहनों ने मोदी और योगी को रक्षाबंधन पर अनूठी सौगात दी है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज मुस्लिम महिलाओं ने मोदी और योगी की तस्वीर के साथ रैली निकाली और तस्वीरों को राखी भी बाँधी। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री कार्यालय और मुख्यमंत्री कार्यालय पर बड़ी संख्या में मुस्लिम बहनों द्वारा भेजी गई राखियाँ मिलने की भी खबर है।

    मोदी-योगी ने उठाई थी हक़ की आवाज

    नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद मुस्लिम महिलाओं ने उनसे ट्रिपल तलाक ख़त्म करने की गुजारिश की थी। प्रधानमंत्री मोदी खुद भी इस मुद्दे को कई बार उठा चुके हैं और इसपर अपनी राय दे चुके हैं। चुनाव पूर्व भाजपा ने भी ट्रिपल तलाक को ख़त्म करने को कहा था। केंद्र कि मोदी सरकार इस मुद्दे पर अपने रुख को लेकर स्पष्ट है और वह ट्रिपल तलाक खत्म करना चाहती है। भाजपा की भुवनेश्वर में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि मुस्लिम बहनें ट्रिपल तलाक की वजह से तकलीफ में हैं। उनके साथ इन्साफ होना चाहिए। भाजपा इस मुद्दे पर एकमत है और वह ट्रिपल तलाक को ख़त्म करना चाहती है।

    मोदी और योगी

     

    वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ट्रिपल तलाक का विरोध करते हुए इसकी महाभारत में हुए द्रौपदी के चीरहरण से तुलना की थी। उन्होंने कहा था कि कुछ लोग अपना निजी और राजनीतिक स्वार्थ साधने के लिए इस ज्वलंत मुद्दे पर चुप्पी साधे बैठे हैं। योगी ने कहा था कि इससे महाभारत के द्रौपदी के चीरहरण सभा की याद आती है। जब द्रौपदी का चीरहरण हो रहा था तब भरी सभा में द्रौपदी ने यह प्रश्न पूछा था कि इस पाप का दोषी कौन है। द्रौपदी के इस सवाल पर सभा में ख़ामोशी पसर गई थी और इसपर विदुर ने इसका जवाब दिया था। विदुर ने कहा था कि एक तिहाई दोषी वे लोग हैं जो इस पाप को कर रहे हैं, एक तिहाई दोषी वे लोग हैं जो इस पाप को करने में उनका साथ दे रहे हैं और एक तिहाई दोषी वे लोग हैं जो इसे पाप जानकर भी चुप बैठे हैं। योगी ने कहा था कि देश की राजनीति का स्तर इतना नीचे आ गिरा है कि लोगों को यह पाप दिखाई भी नहीं देता। इस वजह से ही ट्रिपल तलाक मुद्दे पर राजनीतिक गलियारों में ख़ामोशी है।

     

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।