Sat. Apr 27th, 2024

    इन दिनों भाजपा के खिलाप राग अलापने वाले यशवंत सिन्हा सुर्खियों में है। सिन्हा भाजपा के खिलाफ बोलने से कही कतरा नहीं रहे है वह बीजेपी के खिलाफ कोई मौका छोड़ना नहीं चाहते। शुक्रवार को एनडीटीवी से खास बातचीत के दौरान सिन्हा ने कहा कि जयंत सिन्हा की जाँच हो लेकिन साथ ही साथ जय शाह की भी जाँच होनी चाहिए।

    यशवंत सिन्हा ने केंद्र से एक महीने के अन्दर जाँच करने की मांग की है। सिन्हा ने कहा कि केंद्र में बैठी सरकार से मेरा निवेदन है कि जिन राजनेताओ के नाम पैराडाइज पेपर्स में आये है उनपर तुरंत जाँच बैठायी जाये और एक महीने के अंदर यह सुनिश्चित करे कि जिन नेताओ के नाम आये है क्या वह दोषी है भी या नहीं।

    सिन्हा इन दिनों पटना में है और उन्होंने केंद्र सरकार से इस प्रक्रिया पर जल्द कोई ठोस कदम उठाने की मांग की है। उन्होंने जयंत सिन्हा पर पैराडाइज पेपर्स में हो रहे जाँच को लेकर कहा कि जय शाह पर भी जाँच होने चाहिए। सिन्हा ने शाह पर टिपण्णी करते हुए कहा कि उनपर मुकदमा करने के लिए कोर्ट जाना पड़ेगा लेकिन मेरी मांग यह है कि सब पर जाँच टीम बैठानी चाहिए।

    गौरतलब यह कि इन दिनों भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री रहे यशवंत सिन्हा अपने बयान से अपनी ही पार्टी की खिचाई में लगे है। उन्होंने अपने बयान के जरिये बिहार और केंद्र की राजनीति को गरमाहट दे दिया है । सिन्हा ने पार्टी के खिलाफ कोई भी बोल बोलने से नहीं चूक रहे है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एक साल पहले किये गए नोटबंदी पर तंज कस्ते हुए कहा कि नोटबंदी से जनता को कोई फायदा नहीं हुआ है। इसको लेकर जश्न मनाने का कोई फायदा नहीं।

    यशवंत सिन्हा ने बीजेपी की आलोचना करते हुए कहा कि यह तो समय बताएगा की कितना कालाधन आया है और किस किस के खाते में 15 लाख आये है। उन्होंने कहा कि अभी हम किसी पर जबरदस्ती कालाधन का आरोप नहीं लगा सकते है। आजकल यशवंत सिन्हा अपने बेटे को लेकर काफी चिंतित है।