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    Gracy Singh Biography

    ग्रेसी सिंह भारतीय फिल्मो की अभिनेत्री हैं। उन्होंने हिंदी फिल्मो के अलावा तेलुगु, पंजाबी, मलयालम, कन्नड़, मराठी, गुजरती और बंगाली फिल्मो में भी अभिनय किया है। फिल्मो के अलावा ग्रेसी को कुछ टीवी सीरियल में भी अभिनय करते हुए देखा गया है। ग्रेसी द्वारा अभिनय किए गए फिल्मो की बात करे तो उन्होंने ‘लगान: वन्स अपॉन ए टाइम इन इंडिया’, ‘गंगाजल’, ‘अरमान’, ‘मुन्ना भाई एम. बी. बी. एस.’, ‘यही है ज़िंदगी’, ‘चंचल’, ‘ब्लू माउंटेन’ जैसी फिल्मो में काम किया है।

    ग्रेसी ने अपने अभिनय की वजह से कई सारे अवार्ड्स हो अपने नाम किया था। उनका सबसे लोकप्रिय किरदार हिंदी फिल्म ‘लगान’ का ‘गौरी’ का किरदार माना जाता है।

    ग्रेसी सिंह का प्रारंभिक जीवन

    ग्रेसी सिंह का जन्म 20 जुलाई 1980 को नई दिल्ली में हुआ था। उन्होंने सीख़ परिवार के घर जन्म लिया था। ग्रेसी के पिता का नाम ‘स्वर्ण सिंह’ हाउ और उनकी माँ का नाम ‘वेरजिंदर कौर’ था। ग्रेसी की माँ का अब दिहांत हो चूका है। ग्रेसी के एक भाई हैं और एक बहन हैं। भाई का नाम ‘रूबल सिंह’ है और बहन का नाम ‘लिसा सिंह’ है।

    ग्रेसी ने अपने स्कूल की पढाई ‘मानव स्थली स्कूल’, दिल्ली से पूरी की थी। इसके बाद उन्होंने ‘आर्ट्स’ के विषय में ही अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री भी प्राप्त की थी। ग्रेसी ने सबसे पहले टीवी सीरियल में अभिनय करना शुरू किया था और फिर उन्होंने फिल्मो में अभिनय की शुरुआत की थी।

    ग्रेसी सिंह का व्यवसायिक जीवन

    ग्रेसी सिंह का अभिनय का शुरुआती दौर

    ग्रेसी सिंह ने अपने अभिनय की शुरुआत साल 1997 से की थी। उन्होंने सबसे पहले ज़ी टीवी के सीरियल ‘अमानत’ में ‘डिंकी’ और ‘अमृता’ नाम के किरदारों को दर्शाया था। यह शो साल 2002 में बंद हुआ था। यह शो उस समय का सबसे लोकप्रिय शो माना जाता था। इसके बाद साल 1998 में ग्रेसी ने दूरदर्शन के सीरियल ‘पृथ्वी राज चौहान’ में भी अभिनय किया था। इस सीरियल में ग्रेसी ने ‘चकोरी’ नाम का किरदार अभिनय करने का मौका मिला था।

    साल 1999 में ग्रेसी ने अपना डेब्यू हिंदी फिल्मो में किया था। उनकी पहली फिल्म का नाम ‘हु तू तू’ है जिसके निर्देशक ‘गुलज़ार’ थे। इस फिल्म में ग्रेसी ने ‘शांति’ नाम के किरदार का अभिनय किया था। फिल्म को दर्शको ने बहुत पसंद किया था और फिल्म को बेस्ट फिल्म का अवार्ड भी मिला था।

    उसी साल ग्रेसी ने अपनी दूसरी हिंदी फिल्म में अभिनय किया था जिसका नाम ‘हम आपके दिल में रहते हैं’ था। फिल्म के निर्देशक ‘सतीश कौशिक’ थे और फिल्म में ग्रेसी ने ‘माया’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इस फिल्म में मुख्य किरदारों को अनिल कपूर, काजोल, अनुपम खैर और शक्ति कपूर ने अभिनय किया था।

    साल 2001 में ग्रेसी ने अपना सबसे लोकप्रिय किरदार अभिनय किया था। उन्होंने ‘आशुतोष गोवारिकर’ द्वारा निर्देशित फिल्म ‘लगान: वन्स अपॉन ए टाइम इन इंडिया’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में ग्रेसी ने ‘गौरी’ नाम का किरदार अभिनय किया था। फिल्म में ग्रेसी के साथ अभिनेता आमिर खान और ब्रिटिश अभिनेत्री रेचेल शैली ने मुख्य किरदार को दर्शाया था। फिल्म ने कई सारे अवार्ड्स को अपने नाम किया था और साथ ही ग्रेसी को भी इस फिल्म में किए गए अभिनय के लिए बहुत सराहना मिली थी।

    साल 2002 की बात करे तो उस साल ग्रेसी ने अपना डेब्यू तेलुगु फिल्मो में किया था। उनकी पहली तेलुगु फिल्म का नाम ‘संतोषम’ था जिसके निर्देशक ‘दशरथ’ थे। इस फिल्म को हिंदी भाषा में ‘पहली नज़र का पहला प्यार’ नाम से दर्शाया गया था। फिल्म में ग्रेसी ने ‘पद्मावती’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इसके बाद उसी साल ग्रेसी को ‘टप्पू चेसी पप्पू कुडू’ नाम की तेलुगु फिल्म में देखा गया था, जिसमे उन्होंने ‘राधिका रानी’ नाम का किरदार अभिनय किया था।

    साल 2003 की शुरुआत ग्रेसी ने हिंदी फिल्म ‘अरमान’ के साथ की थी। इस फिल्म के निर्देशक ‘हनी ईरानी’ थे और फिल्म में मुख्य किरदार को अमिताभ बच्चन, अनिल कपूर, प्रीति ज़िंटा और ग्रेसी सिंह ने निभाया था। फिल्म में ग्रेसी ने ‘डॉ. नेहा माथुर’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इसके बाद एक बार फिर ग्रेसी को हिंदी फिल्म ‘गंगाजल’ में देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने ‘अनुराधा’ नाम का किरदार अभिनय किया था। फिल्म के निर्देशक ‘प्रकाश झा’ थे और फिल्म में मुख्य किरदार को अजय देवगन, ग्रेसी सिंह और मुकेश तिवारी ने अभिनय किया था।

    साल 2004 में ग्रेसी को राजकुमार हिरानी द्वारा निर्देशित फिल्म ‘मुन्ना भाई एम. बी. बी. एस’ में देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने ‘डॉ. सुमन अस्थाना’ उर्फ़ ‘चिंकी’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इस फिल्म में ग्रेसी के अभिनय की बहुत सराहना हुई थी और फिल्म को भी बहुत पसंद किया गया था। ग्रेसी के अलावा फिल्म में संजय दत्त, बमन ईरानी, अरशद वारसी, जिमी शेरगिल और सुनील दत्त ने मुख्य किरदार को दर्शाया था।

    साल 2005 में भी उन्होंने ‘वजह: ए रीज़न टू कील’ में अभिनय किया था। इस फिल्म में ग्रेसी ने ‘तृष्णा भार्गवा’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इसके बाद उसी साल उन्हें फिल्म ‘यही है ज़िंदगी’ में भी देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने ‘वसुंधरा राओ’ नाम का किरदार अभिनय किया था। फिल्म के निर्देशक ‘के. एस. सेतमुद्धवान’ थे।

    साल 2006 में सबसे पहले ग्रेसी को हिंदी फिल्म ‘द वाइट लैंड’ में देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने ‘सुधा पटेल’ नाम का किरदार अभिनय किया था। उसी साल ग्रेसी को एक और हिंदी फिल्म में देखा गया था जिसमे उन्होंने ‘सिमरन’ नाम का किरदार अभिनय किया था। फिल्म का नाम ‘चूड़ियाँ’ था।

    साल 2007 में ग्रेसी सिंह ने अपना डेब्यू पंजाबी फिल्मो में किया था। उन्होंने पंजाबी फिल्म ‘लाख परदेसी होइए’ में ‘नेहा’ नाम के किरदार का अभिनय किया था। इसके बाद उसी साल ग्रेसी ने हिंदी फिल्म ‘चंचल’ में भी अभिनय किया था। इस फिल्म में ग्रेसी ने ‘चंचल’ नाम का ही किरदार अभिनय किया था।

    साल 2008 में ग्रेसी को हिंदी फिल्म ‘देशद्रोही’ में देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने ‘सोनिआ पाटिल’ नाम का किरदार अभिनय किया था। फिल्म के निर्देशक ‘जगदीश ए शर्मा’ थे और फिल्म में मुख्य किरदारों को मनोज तिवारी, हृषिता भट्ट, ग्रेसी सिंह और ज़ुल्फ़ी स्येद ने दर्शाया था।

    उसी साल ग्रेसी को एक और हिंदी फिल्म में देखा गया था जिसका नाम ‘देख भाई देख’ था। इस फिल्म के निर्देशक ‘राहत काज़मी’ थे और फिल्म में मुख्य किरदार को ग्रेसी सिंह और सिद्धार्थ कोइराला ने अभिनय किया था। फिल्म में ग्रेसी ने ‘बबली लाला’ नाम का किरदार दर्शाया था।

    साल 2009 में उन्हें हिंदी फिल्म ‘विघ्नहर्ता श्री सिद्दिविनायक’ में एक अतिथि के किरदार को निभाते हुए देखा गया था।

    उसी साल ग्रेसी ने अपना डेब्यू मलयालम फिल्मो में भी किया था। उनकी पहली मलयालम फिल्म का नाम ‘लाउडस्पीकर’ था जिसमे उन्होंने ‘अन्नी’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘जयराज’ थे और फिल्म में मुख्य किरदारों को मम्मूती, ससि कुमार, ग्रेसी सिंह, जगती श्रीकुमार, कोचीन हनीफा और सलीम कुमार ने अभिनय किया था। इसके बाद एक बार फिर ग्रेसी ने हिंदी फिल्म ‘असीमा’ में अपनी उपस्थिति दर्शाई थी। फिल्म में उन्होंने ‘प्रोफेसर असीमा एल. पटनायक’ नाम का किरदार अभिनय किया था।

    साल 2009 में ही ग्रेसी ने अपना डेब्यू कन्नड़ फिल्मो में भी किया था। उनकी पहली कन्नड़ फिल्म का नाम ‘मेघावे मेघावे’ था जिसके निदेशक ‘वि नगेंदर प्रसाद’ थे। फिल्म में ग्रेसी ने ‘चरमल अका चंद्रमुखी’ नाम का किरदार अभिनय किया था।

    साल 2010 में ग्रेसी सिंह को तेलुगु फिल्म ‘रामा रामा कृष्ण कृष्णा’ में देखा गया था। इस फिल्म में ग्रेसी ने ‘गैथामि’ नाम का एक कैमिओ किरदार दर्शाया था। इसके बाद उसी साल उन्होंने एक और तेलुगु फिल्म में अभिनय किया था जिसका नाम ‘रामदेव’ था। इस फिल्म में ग्रेसी ने ‘शिपा’ नाम का किरदार अभिनय किया था।

    साल 2011 में ग्रेसी को हिंदी फिल्म ‘मिलते है चांस बाय चांस’ में देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने ‘मेघा’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इसके बाद उन्हें हिंदी फिल्म ‘साई एक प्रेरणा’ में भी देखा गया था जिसमे उन्होंने एक अतिथि की भूमिका निभाई थी।

    उस साल का अंत ग्रेसी सिंह ने मराठी फिल्मो में अपने डेब्यू के साथ किया था। उनकी पहली मराठी फिल्म का नाम ‘अधला डॉक्टर’ था जिसमे उन्होंने ‘मारिया’ नाम का किरदार अभिनय किया था।

    साल 2012 में ग्रेसी को सबसे पहले हिंदी फिल्म ‘डेंजरस इश्क़’ में देखा गया था। इस फिल्म में उन्होंने ‘महारानी मीराबाई’ नाम का किरदार अभिनय किया था। फिल्म में मुख्य किरदारों को ‘करिश्मा कपूर’ निभा रहीं थीं और साथ ही फिल्म के निर्देशक ‘विक्रम भट्ट’ थे।

    इसके बाद उसी साल ग्रेसी सिंह ने पंजाबी फिल्म ‘आपन फेर मिलंगे’ में अभिनय किया था जिसमे उन्होंने ‘गुलाब’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इसके बाद उन्हें हिंदी फिल्म ‘क़यामत ही क़यामत’ में देखा था। इस फिल्म में उन्होंने एक गाने में अपनी उपस्थिति को दर्शाया था।

    साल 2013 में ग्रेसी को सबसे पहले हिंदी फिल्म ‘जनता वर्सेज जनार्दन – बेचारा आम आदमी’ में अभिनय करते हुए देखा गया था। इस फिल्म के बाद उन्होंने ‘महाभारत और बर्बरीक’ में अभिनय किया था जिसमे उन्होंने ‘मोर्वी’ नाम का किरदार अभिनाय किया था। उसी साल उनकी तीसरी फिल्म भी हिंदी फिल्म थी जिसमे उन्होंने ‘वाणी शर्मा’ नाम का किरदार अभिनय किया था। इस फिल्म का नाम ‘ब्लू माउंटेन’ था।

    ग्रेसी सिंह की साल 2013 की आखरी फिल्म ‘समाधी’ थी जो की एक बंगाली फिल्म थी। इस फिल्म में उन्होंने ‘मुक्तो’ नाम का किरदार अभिनय किया था।

    साल 2015 की बात करे तो उस साल ग्रेसी ने पंजाबी फिल्म ‘चूड़ियां’ में अभिनय किया था। इस फिल्म के निर्देशक ‘सुखवंत ढड्डा’ थे और फिल्म में ग्रेसी ने ‘सिमरन’ नाम का किरदार अभिनय किया था।

    साल 2015 में ही एक बार फिर ग्रेसी सिंह ने अपनी वापसी टीवी सीरियल में की थी। उन्होंने &टीवी के सीरियल ‘संतोषी माँ’ में ‘संतोषी माँ’ और ‘साध्वी माँ’ का किरदार अभिनय किया था। यह सीरियल लगभग 2 सालो तक टीवी पर दर्शाया गया था और फिर अक्टूबर 2017 में इसे बंद कर दिया गया था।

    साल 2019 में एक बार फिर ग्रेसी ने सीरियल ‘संतोषी माँ’ के दूसरे सीजन में अभिनय किया था। यह सीरियल भी &टीवी पर ही दर्शाया जाता है और ग्रेसी ने इस बार भी ‘संतोषी माँ’ का ही किरदार दर्शाया है।

    पुरस्कार और उपलब्धियां

    • 2002, फिल्म ‘लगान’ के लिए ‘स्टार डेब्यू ऑफ़ द ईयर’, ‘मोस्ट प्रोमिसिंग न्यूकमर – फीमेल’ और ‘बेस्ट डेब्यू फीमेल का अवार्ड मिला था।

    ग्रेसी सिंह का निजी जीवन

    ग्रेसी सिंह के लव लाइफ की बात करे तो वो किसी को डेट नहीं कर रही हैं। इससे पहले भी कभी ग्रेसी का नाम किसी के साथ नहीं जुड़ा है। ग्रेसी ने कुछ साल पहले ‘ब्रह्मा कुमारी फाउंडेशन’ के साथ खुद को जोड़ा है।

    ग्रेसी के पसंदीदा चीज़ो की बात करे तो उन्हें अभिनेत्रियों में सबसे अधिक श्रीदेवी पसंद है। ग्रेसी की हॉबी डांस करना और गाना गाना है। उन्हें घूमने की जगहों में गोआ, दुबई और न्यूयोर्क पसंद है। ग्रेसी ने अपने स्कूल के समय ही भरतनाट्यम का नाच सीखा था।

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