वज़न घटाने के चक्कर में हम कई सारे नुस्के और उपकरण अपनाते हैं। हर रोज़ हम नए-नए नुस्कों को अपनाते हैं, लेकिन कभी इनसे खुश नहीं होते। यह इसलिए क्योंकि की शायद हम इन्हें उचित मात्रा से ज़्यादा या कम इस्तेमाल करते हैं। किसी भी चीज़ अगर सही तरीके से अपनाया जए, तो उसके फायदे हमें ज़रूर मिलते हैं।
आज-कल वज़न घटाने के लिए, लोग ग्रीन टी से, ग्रीन कॉफी पीने लगे हैं। ग्रीन टी और ग्रीन कॉफी के फायदों में ज़्यादा अंतर नहीं है। इसे बिना दूध और चीनी के पिया जाता है, जो हमारे चयापचय को बढ़ाता है और हमारे भूख पर रोक लगाता है। ये हमारे खून के बहाव को भी संतुलित रखता है, और शरीर के अतिरिक्त फैट को मार देता है।
लेकिन जैसा पहले बताया गया है, इसके फायदों के पीचे दौड़ते-दौड़ते, हम इसके दुष्परिणामों को नज़र अंदाज़ कर देते हैं, और उचित से ज़्यादा ही इसे पी लेते हैं। लेकिन उन तक पहुँचने से पहले, सबसे पहले निम्न, ग्रीन कॉफी के कुछ फायदे हैं।
ग्रीन कॉफी के फायदे
- ग्रीन कॉफी से हमारे शरीर रक्त चाप का उचित तरह से संतुलित रहता है।
- इससे, हमारा वज़न भी घटता है।
ग्रीन कॉफी के नुकसान (green coffee side effects)
ऐंठन
कई लोग एक-दो कप ग्रीन कॉफी पीने के बाद, पेट में ऐंठन की शिकायत करते हैं। इसके अलावा वे दस्त की भी शिकायत करते हैं। इसलिए अगर हमें ऐसी तक्लीफें होतीं हैं, तो हमें तुरंत ग्रीन कॉफी पीना बंद कर देना चाहिए। अगर हमने इसे फिर भी पीना चालू रखा, तो हमारे पेट से जुड़ी अन्य बीमारियों की तक्लीफ हमें होगी।
हीमोग्लोबिन की कमी
खाना खाने के तुरंत बाद ग्रीन कॉफी पीना, हमारे सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है। इसके कारण हमारे शरीर को मिनरल्स और आइरन जैसे अन्य दूसरे तत्वों को ग्रहण करने में तक्लीफ होती है। इसलिए लोगों के शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है। इसी के वजह से, ग्रीन कॉफी को हमेशा खाना खाने के एक घंटा पहले पी लेना चाहिए, और दिन में सिर्फ एक ही कप पीना चाहिए।
कैफीन
ग्रीन कॉफी में बहुत कैफीन होता है। बहुत ज़्यादा कैफीन हमारे शरीर के लिए अच्छा साबित नहीं हुआ है, खासकर की उन लोगों के लिए जिन्हें मधुमेह जैसी बीमारियाँ हों।
इनके अलावा, ग्रीन कॉफी से हमारे शरीर को और भी नुक्सान हो सकते हैं। उनमें से कुछ, आपकी जानकारी और सुविधा के लिए, निम्न लिखे गए हैं।
ग्रीन कॉफी के अन्य दुष्परिणाम
- सिर का दर्द होना
- पेट गड़बड़ होना
- बेचैन-सा महसूस करना
- रात को समय पर नींद ना आना
- नींद की कमी
- हमारे कान बजना
- जी मिचलाना और उलटियाँ होना
ग्रीन कॉफी से जुड़ी कुछ चेतावनी
- सबसे पहले तो औरतों को गर्भावस्था में ग्रीन कॉफी नहीं पीन चाहिए। सुरक्षित रहने के लिए, ऐसा कदम उठाना ठीक रहता है।
- कैफीन में बहुत चीनी पाया जाता है। इसलिए, ग्रीन कॉफी मधुमेह के रोगियों को भी नहीं पीना चाहिए।
- ग्रीन कॉफी में कैफीन पाया जाता है। बहुत ज़्यादा कैफीन हमारा पेट खराब कर देता है, और हमें दस्त हो जाते हैं।
- कई बार ग्रीन कॉफी से इंसान का कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ जाता है।
इसलिए यह बहुत ज़रूरी होता है कि हम ध्यान रख के किसी भी चीज़ को सही मात्रा में खाएँ या पीएँ – इस विषय में, ग्रीन कॉफी। किसी भी सिक्के के दो तरफ होते हैं। ये हम पर निर्भर है कि हमें उस चीज़ के फायदे ज़्यादा चाहिए, या नुकसांन। अगर हम सही तरीके से नुस्कों को अपनाया जाए, तो हमारे शरीर को नुकसान नहीं होता है।
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