काजू के बारे में हम सब लोग बहुत ही अच्छे से जानते हैं। काजू का इस्तेमाल मिठाई बनाने में ग्रेवी बनाने में किया जाता है। काजू कतली के विषय में कौन नहीं जानता। बच्चों को तो काजू प्राकृतिक रूप में ही पसंद होता है, इस आर्टिकल में हम काजू से होने वाले फायदों के विषय में चर्चा करेंगे।
काजुन मूलतः ब्राज़ील में पाया आने वाला फल है जिसको पुर्तगाली लोग भारत में लेकर आएं थे। काजू में एंटी ऑक्सीडेंट गुण मौजूद है और इसमें आवश्यक सभी विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में उपलब्ध होते हैं।
इस लेख में हम काजू खानें से होनें वाले फायदों के बारे में चर्चा करेंगे।
1. पोषक तत्वों से भरपूर
काजू प्रोटीन का पावरहाउस कहे जाते हैं और अन्य पोषक तत्वों का भी एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण स्रोत होते हैं। इसमें कॉपर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जिंक, आयरन, फ़ास्फ़रोस और पोटैशियम जैसे लाभकारी मिनरल्स पाए जाते हैं।
इसमें सोडियम भी पाया जाता है लेकिन बहुत ही कम मात्रा में। काजू में कई प्रकार के विटामिन्स भी पाए जाते हैं जैसे कि विटामिन सी, विटामिन बी1(थायमिन), विटामिन बी2(राइबोफ्लेविन), विटामिन बी3(नियासिन), विटामिन बी6(फोलेट), विटामिन ई और विटामिन के। इसमें कुछ आवश्यक फैट भी मौजूद होते हैं जो शरीर के विकास में सहायक होते हैं।
इसके अतिरिक्त, काजू में पाया जाने वाला सेलेनियम, तांबा, मैग्नीशियम आदि कई एंजाइम वर्धक के रूप में कार्य करते हैं और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकलते हैं।
2. सूर्य की हानिकारक किरणों से सुरक्षा
काजू में सूरज की यूवी किरणों को फ़िल्टर करने की क्षमता है, जिसके कारण काजू के सेवन से हमारा शरीर दाग धब्बों आदि से बच सकता है। इतना ही नहीं अन्य स्किन एलर्जी से भी त्वचा की रक्षा होती है। (यह भी पढ़ें: गोरा होनें के तरीके)
3. कैंसर को रोकता है
प्रोएथोकेनिडिन फ्लैवोनोल का एक वर्ग है जो ट्यूमर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकता है तथा उनसे लड़ता है। काजू में ये प्रोएथोकाइनाइडिन और कॉपर की ऊँची मात्रा कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में मदद करती है और आपको पेट के कैंसर से दूर रखती है, यह काजू के प्रमुख लाभों में से एक है।
शोध में ये भी पाया गया है कि काजू में पायी जाने वाली एंटीओक्सीडैन्ट्स की मात्रा शरीर को ट्युमर और कैंसर से बचाने में लाभकारी होती है। काजू प्रोटीन का एक साधारण सा रूप होते हैं जो पीड़ितों को आसानी से दिया जा सकता है।
4. हड्डियों को मजबूत करता है
काजू में प्रचुर मात्रा में फ़ास्फ़रोस पाया जाता है जो हड्डियों की मजबूती के लिए लाभदायक होता है। ये प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, और फैट को सोखने की क्षमता रखते हैं और कोशिकाओं के स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए आवश्यक होते हैं।
जैसे कैल्शियम हड्डियों के लिए आवश्यक है और उन्हें मजबूत बनाता है ठीक उसी प्रकार मैग्नीशियम भी हड्डियों के स्वस्थ्य के लिए आवश्यक है, जो की काजू में भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
5. मधुमेह के खतरे से बचाए
काजू में बहुत ही कम मात्रा में शक्कर पायी जाती है। इसके अलावा इसमें कोलेस्ट्रोल की मात्रा भी न्यूनतम होती है जिसके कारण ये टाइप-2 मधुमेह के खतरे को घटाता है। इसे मधुमेह से ग्रस्त पीड़ितों को भी दिया जा सकता है क्योंकि उन पर इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं होंगे।
6. एनीमिया के खतरे को घटाता है
काजू डाइटरी आयरन का अच्छा स्रोत होते हैं जो शरीर में ऑक्सीजन ले जाने का कार्य करता है और एंजाइम की कार्यशैली में मदद करते हुए इम्यून सिस्टम को भी सशक्त करता है।
आहार में आयरन की कमी होने से चक्कर, एनीमिया और अधिक संक्रमण ग्रस्त होने की समस्या बढ़ जाती है।
7. इम्यून सिस्टम को बनाए मज़बूत
काजू में जिंक पाया जाता है जो इम्यून सिस्टम को सशक्त करता है और माइक्रोबियल संक्रमण से बचाता है। ये प्रोटीन के संश्लेषण में भी कारगार होता है और इसमें कई घावों को ठीक करने की क्षमता होती है।
ये गर्भावस्था के दौरान बच्चे के लिए अत्यधिक महत्त्वपूर्ण होता है ताकि बच्चे का मस्तिष्क और शरीर स्वस्थ बना रह सके। बढ़ते बच्चे के लिए भी यह अत्यधिक लाभदायक होता है।
8. नसों को स्वस्थ रखता है
काजू में पायी जाने वाली मैग्नीशियम के सतह पर संग्रहित किया जाता है जो कैल्शियम को तंत्रिका कोशिकाओं में प्रवेश करने से रोकता है। मैग्नीशियम से शरीर का मेटाबोलिज्म का स्तर संतुलित रहता है और इंसान का इम्यून सिस्टम भी मज़बूत रहता है।
मैग्नीशियम की अपर्याप्त मात्रा से कैल्शियम आसानी से रक्त वाहिकाओं में प्रवेश कर सकता है और इससे उच्च रक्तचाप, माइग्रेन, सिरदर्द आदि की समस्या हो सकती है।
9. दिल को रखे स्वस्थ
काजू में प्रचुर मात्रा में डाइटरी फाइबर पाए जाते हैं जो हमारे शरीर में विटामिन ए, डी, ई और के अब्सोर्ब करने का कार्य करते हैं और ऐसे फैटी एसिड का निर्माण करते हैं जो मस्तिष्क के विकास के लिए अत्यंत उपयोगी होते हैं। ये फैट हृदय के लिए भी बहुत ही उपयोगी होता है और शरीर में मौजूद बेड कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम कर देता है। ये बेड कोलेस्ट्रोल अर्थात एलडीएल कोलेस्ट्रोल मधुमेह जैसी बिमारियों का कारण बन जाता है।
काजू में अन्य पदार्थों की तुलना में कम वसा होता है और इसका वसा भी ओलिक एसिड के रूप में होता है जो हृदय के लिए बहुत स्वस्थ होता है। साथ ही इसमें एंटी ऑक्सीडेंट उपस्थित होते हैं जो ह्रदय के लिए लाभकारी होते हैं।
10. गैलेस्टोन को रोकता है
गैलेस्टोन कोलेस्ट्रोल के ऐसे समूह होते हैं जो पत्थर के सामान रहते हैं और गॉल ब्लैडर में एकत्रित हो जाते हैं। काजू के रोजाना सेवन से गैलेस्टोन के खतरे को 25% तक कम किया जा सकता है।
11. फ्री रेडिकल को ख़त्म करने में सहायक
काजू हमारे शरीर में आयरन का उपयोग अच्छे ढंग से करता है और अन्य मुक्त कण को खत्म करने में मदद करता है, जो आगे चलकर स्वास्थ्य समस्याओं का एक जटिल कारण बन सकता है।
12. वजन कम करने और पाचन में सहायक
हालांकि काजू में वसा होता है, लेकिन इसमें अच्छे कोलेस्ट्रॉल होते हैं। इसलिए लोकप्रिय धारणा के विपरीत, काजू खाने से वजन बढ़ता नहीं है बल्कि कम होता है या सामान्य रहता है।
इसके अतिरिक्त काजू वृद्धि और विकास में सहायक होता है और यह न्यूक्लिक एसिड के संश्लेषण और पाचन में भी मदद करते हैं।
13. स्वस्थ मसूड़े और दांत
काजू में मौजूद मैग्नीशियम हड्डियों के लिए बहुत उपयोगी होता है इसलिए यह दांतों के लिए भी अत्यंत लाभकारी होता है।
काजू दांतों को स्वस्थ रखने के साथ साथ मसूड़ों को भी स्वस्थ और मज़बूत बनाये रखता है।
14. बालों को बनाये मजबूत
काजू में पाए जाने वाले कॉपर और खनिज बालों का रंग बरकरार रखते हैं। इसलिए यदि आप काजू लेते हैं तो आपके शरीर में कॉपर भरपूर मात्रा में पहुँच रहा है इससे आप बेहतरीन चमकदार और मजबूत बाल पा सकते हैं।
अब तक आप काजू खाने के फायदे जान गए होंगे। ऐसे में यह जरूरी है कि आप काजू को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। आप खाली पेट स्नैक्स के रूप में इसका सेवन कर सकते हैं।
अब भी यदि आपके मन में काजू से सम्बंधित कोई सवाल है, तो आप उसे नीचे कमेंट के जरिये हम से पूछ सकते हैं।
15. हाई ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण करे और सुखद नींद की अनुभूति दे
काजू में पाए जाने वाले मैग्नीशियम की प्रचुर मात्रा यह हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखता है और उसका स्तर सामान्य बनाता है। इसके अलावा मेनोपॉज के बाद काजू के सेवन से रात के दौरान आपको आराम और सुखद नींद लेने में सहायता मिलती है।