“द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर” नाम की राजनीतिक फिल्म पर विवाद दिन पे दिन गरमाता चला जा रहा है। कभी यूट्यूब से ट्रेलर गायब हो जाता है तो कभी फिल्म के अभिनेता अनुपम खेर और अक्षय खन्ना के खिलाफ बिहार कोर्ट में मामला दर्ज़ हो जाता है। और इसलिए फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का किरदार निभा रहे अनुपम खेर ने सिनेमा और राजनीती के ऊपर एक बड़ा बयां दिया है।
न्यूज़ एजेंसी IANS से बात करते हुए उन्होंने बताया-“देखो, जब दर्शक सिनेमाघरों में फिल्म देखने जा रहे हैं तो वे सिनेमाप्रेमी हैं। वे हॉल के अन्दर एक मतदाता की तरह प्रवेश नहीं करते हैं। मगर हाँ, जब वे बाहर आते हैं तो फिल्म उनके ज़ेहन में जरूर घूम सकती है। फिर सिनेमा और राजनीती को अलग नहीं कर सकते क्योंकि दोनों एक दूसरे को दर्शाता है।”
राष्ट्रिय पुरुस्कार सम्मानित अभिनेता ने आगे कहा-“एक निर्देशक और एक कलाकार सचमुच ये पता नहीं लगा सकता कि क्यों इन्सान एक राजनीतिक पार्टी को अपना मत दे रहे हैं। कुछ मतदाता वफादार होते हैं, कुछ सरकार चुनने के लिए उनके अच्छे और बुरे कामों की एक सूची बनाते हैं। एक फिल्म किस हद तक इसमें अपना योगदान दे सकती है?”
अनुपम ने आगे कहा कि ये फिल्म एक साधारण से आदमी की है जिसका जन्म एक मध्यम वर्गीय परिवार में होता है और वे कैसे अपनी योग्यता से देश का प्रधानमंत्री बन जाता है।
ये फिल्म इसी नाम की एक किताब के आधार पर बनाई गयी है जो 2014 के लोक सभा के चुनाव के दौरान रिलीज़ हुई थी। उस साल देश की राजनीती में एक बड़ा बदलाव देखने के लिए मिला और इतने सालों से सत्ता पर काबिज़ कांग्रेस को हराकर भाजपा ने जीत कायम की। इस किताब में, प्रधानमंत्री के कार्यालय के साथ साथ उनकी व्यक्तिगत जीवन की जानकारी भी दी गयी है।