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    PM Modi-Amit Shah

    आगामी लोक सभा चुनाव के लिए सबसे जरूरी राज्य है उत्तर प्रदेश और उसमे विपक्षियों को हराने के लिए भाजपा ने कमर कस ली है। उन्होंने पार्टी के दो अहम नेताओं को मैदान पर उतारा है जिसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह मौजूद हैं। वे दोनों खुद कई रैलीयों को संबोधित करेंगे।

    उत्तर प्रदेश की राजनीती में बीते कुछ महीनों में काफी बदलाव देखा गया। जहाँ एक तरफ दो कट्टर दुश्मन ने मिलकर सपा-बसपा गठबंधन बना लिया, वही दूसरी तरफ कांग्रेस ने बड़ा सियासी दांव खेलते हुए प्रियंका गाँधी वाड्रा को राजनीती में उतारते हुए उन्हें सीधा पूर्वी यूपी का महासचिव बना दिया।

    इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी 15 फरवरी को झाँसी में काफी परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे जिसमे एक रक्षा विनिर्माण गलियारा भी मौजूद है। पीएम मोदी वहाँ एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करेंगे।

    19 फरवरी को, पीएम मोदी अपने लोक सभा क्षेत्र वाराणसी जाएँगे जहाँ वे आधारभूत संरचना परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे जिसमे एक कैंसर अस्पताल भी होगा। रिपोर्ट में आगे ये भी कहा गया है कि पीएम वाराणसी के रोहनिया विधानसभा क्षेत्र में भी एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करेंगे।

    फिर 24 फरवरी को गोरखपुर में, भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रिय संवहन के एक सत्र को पीएम मोदी संबोधित करेंगे। संवहन का उद्घाटन एक दिन पहले शाह करेंगे।

    ऐसी उम्मीद है कि पार्टी अध्यक्ष 13 फरवरी को प्रयागराज में चल रहे कुम्भ मेला में भी शरीक हो सकते हैं। वहाँ वे विभिन्न अखाड़ा के संतो और स्थानीय पार्टी नेताओं से मुलाकात करेंगे।

    एक भाजपा नेता ने बताया था कि 26 फरवरी को शाह पूर्वी यूपी में भी एक सभा को संबोधित कर सकते हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं की ये सभा या तो ग़ाज़ीपुर में होगी या फिर बलिया में आयोजित की जाएगी।

    11 फरवरी को, पीएम मोदी ने वृन्दावन का दौरा किया। वहाँ उन्होंने वंचित स्कूली बच्चों को खाना खिलाया था। वृन्दावन चंद्रोदय मंदिर परिसर में आयोजित समारोह में अक्षय पात्रा फाउंडेशन द्वारा ये दावत रखी गयी थी जिसका पीएम मोदी ने अनावरण किया था।

    वैसे भाजपा ही ऐसी पार्टी नहीं है जो यूपी में सक्रीय रूप से प्रचार कर रही है। इस वक़्त कांग्रेस का चुनावी अभियान भी देखने को मिल रहा है। 11 फरवरी को, प्रियंका गाँधी वाड्रा, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने लखनऊ में रोड शो किया था।

    ओपिनियन पोल के आकड़ो के अनुसार, सपा-बसपा गठबंधन बनने से भाजपा को पिछले लोक सभा चुनाव के मुकाबले आधे से भी कम सीटों पर जीत हासिल होगी।

    2014 में, भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए को राज्य की 80 लोक सभा सीटों में से, 73 पर जीत हासिल हुई थी। सपा को पांच तो कांग्रेस को दो ही सीटों से संतुष्ट होना पड़ा। और बसपा का खाता ही नहीं खुला था।

    By साक्षी बंसल

    पत्रकारिता की छात्रा जिसे ख़बरों की दुनिया में रूचि है।

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