दक्षिण कोरिया के ख़ुफ़िया विभाग नेशनल इंटेलिजेंस सर्विस (एनआईएस) ने बताया कि “उत्तर कोरिया के डोंगचांग री लांच रॉकेट साइट की मरम्मत का कार्य पूरा हो चुका है।” सीओल की योनहाप न्यूज़ एजेंसी ने बताया कि इसकी मरम्मत का कार्य हनोई सम्मेलन के पूर्व ही शुरू हो गया था। हमें इस कृत्य का मतलब नहीं समझ आ रहा है।”
उत्तर कोरिया मिसाइल लांच कर सकता है
खबरों के अनुसार, पियोंयांग ने कथित तौर से जुलाई 2018 में लॉन्चपैड की सुविधाओं की मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया था। इस दौरान सिंगापुर में डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन की पहली मुलाकात हुई थी और उत्तर कोरिया के नेता ने पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण की प्रतिबद्धता दिखाई थी।
बीते माह हनोई में आयोजित दूसरा शिखर सम्मलेन बिना किसी समझौते के खत्म हो गया था। अफवाहों के मुताबिक दूसरे शिखर सम्मलेन से खीझते हुए उत्तर कोरिया के नेता मिसाइल या रॉकेट लांच कर सकते हैं।
प्रतिबंधों के अंत पर नहीं बनी बात
एनआईएस के मुताबिक उत्तर कोरिया योंगब्योन के सामान्य अभियान में यूरेनियम की प्रचुर मात्रा को बरकरार रख रही है। उत्तर कोरिया ने हनोई सम्मलेन में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के बदले प्रतिबंधों से आज़ादी की मांग की थी। ख़ुफ़िया विभाग के अनुसार उत्तर कोरिया ने काम्प्लेक्स में पांच मेगा वाट परमाणु रिएक्टर के अभियान को रोक दिया था।
अमेरिकी राष्ट्र्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ सम्बन्ध बरकरार रखे लेकिन दोनों नेता प्रतिबंधों पर अपने बीच उपजे मतभेदों को कम नहीं कर पाए। नतीजतन, एक बार फिर वार्ता ठप पड़ी हुई है। दरअसल ऐसा कहा जा रहा है कि किम जोंग उन नें डोनाल्ड ट्रम्प को उत्तर कोरिया पर लगे सभी प्रतिबन्ध को हटाने के लिए कहा था, जिसके लिए ट्रम्प राजी नहीं हुए थे।
रायटर्स के मुताबिक जनरल रोबर्ट अब्राम्स ने कहा कि “असैन्य क्षेत्र में तनाव में कमी और सार्वजिनक क्षेत्र में रणनीतिक उकसावे की समाप्ति के बावजूद उतर कोरिया की सैन्य क्षमताओं में कोई निरीक्षित बदलाव नहीं दिख रहा है।”
उत्तर कोरिया पर नरम हुए ट्रम्प
उत्तर कोरिया द्वारा पूरी तरह से परमाणु निरस्त्रीकरण ना करने के बावजूद भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प उसके खिलाफ नरम पड़ते दिख रहे हैं।
ट्रम्प नें कल एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि उत्तर कोरिया पहले से ही संकट में है और उसपर और अधिक प्रतिबन्ध लगाना ठीक नहीं है।
रायटर्स के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रम्प नें शुक्रवार को फ्लोरिडा की एक रैली में पत्रकारों से कहा, “उत्तर कोरिया में लोग संकट से गुजर रहे हैं। उन्हें कठिन समय का सामना करना पड़ रहा है।”
ट्रम्प नें आगे कहा, “मुझे लगा कि अधिक प्रतिबन्ध की अभी जरूरत नहीं है। इसका यह मतलब नहीं है कि मैं बाद में नै लगा सकता हूँ। अभी बस मुझे ऐसा लगा कि इसकी जरूरत नहीं है।”
जाहिर है पिछले महीने डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग की मुलाकात सफल नहीं हो पायी थी।
इसके बावजूद पिछले सप्ताह ट्रम्प नें उत्तर कोरिया पर लगाए गए प्रतिबंधों को तुरंत वापस ले लिया था। ट्रम्प नें ट्वीट करके कहा था कि मुझे पता चला है कि अमेरिकी विभाग नें उत्तर कोरिया पर कुछ प्रतिबन्ध लगाये हैं। और उन्होनें इन्हें वापस लेने के आदेस दे दिए थे।
It was announced today by the U.S. Treasury that additional large scale Sanctions would be added to those already existing Sanctions on North Korea. I have today ordered the withdrawal of those additional Sanctions!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) March 22, 2019
ट्रम्प नें बाद में कहा,
मैं चाहता हूँ कि मेरे और किम जोंग उन के बीच अच्छे सम्बन्ध बने। ये सम्बन्ध जितने ज्यादा समय तक रहे, उतना ही सही होगा।
अमेरिका नें हालाँकि साफ़ कर दिया है, कि वह उत्तर कोरिया पर दबाव बनाता रहेगा, जब तक वह पूरी तरह से परमाणु हथियारों का त्याग नहीं कर देता है।