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    इन्टरनेटवर्किंग internetworking in hindi

    विषय-सूचि

    इंटरनेटवर्किंग क्या है? (what is internetworking in hindi)

    इंटरनेटवर्किंग दो शब्दों से जुड़के बना है वह हैं इंटर और नेटवर्किंग जो की नोड्स और सेगेमेंट्स की मदद से बनाए जाते हैं।

    इंटरसेसर डिवाइस की मदद से ही यह कनैक्शन बनाए जाते हैं। इस तरह के नेटवर्क हर जगह इस्तेमाल होते हैं पब्लिक, प्राइवेट, सरकार, उद्योग आदि सब जगह यह इस्तेमाल किए जाते हैं।

    संचार के लिए हर नोड को ऐसे बनाया जाता है की वह हर तरह की दुविधा को आसानी से सही कर सके इसके लिए टीसीपी (ट्रान्सफर कंट्रोल प्रोटोकॉल) या फिर आईपी का भी इस्तेमाल किया जाता है।

    (सम्बंधित लेख – यूडीपी और टीसीपी प्रोटोकॉल में अंतर)

    जब भी कोई नेटवर्क किसी दूसरे नेटवर्क से लगातार संपर्क में रहता है तब ही उसे हम इंटरनेटवर्किंग बोलते हैं।

    इसका निर्माण इसलिए किया गया था जिससे की यह पैकेट की जानकारी को आसानी से भेजने में इस्तेमाल हो सके।

    इंटरनेटवर्किंग के भाग (internetworking device in hindi)

    इंटरनेटवर्किंग में 3 चीज़ें इस्तेमाल होती है –

    • एक्सट्रानेट (extranet)– यह इंटरनेटवर्क का एक नेटवर्क होता है जो की कनैक्शन को सही से करने में हमारी मदद करता है। यह सबसे नीचे दर्जे का इंटरनेटवर्क होता है। यह ज़्यादातर निजी एरिया में काम आता है। यह मैन, वेन आदि नेटवर्क में विभाजित किया जाता है।
    • इंट्रानेट (intranet)– यह कम्प्युटर नेटवर्क इंटरकनेक्टेड नेटवर्क की मदद से इंटरनेट प्रोटोकॉल और आईपी पर निर्भर होने वाले टूल्स में इस्तेमाल किया जाता है। यह कुछ ही उपयोगकर्ता के द्वारा इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह कुछ ही लोगों को समझ में आता है इसलिए कम लोग इसका इस्तेमाल करते हैं।  
    • इंटरनेट (internet)– यह पूरे विश्व में कनैक्शन के लिए सरकार, संस्थान, पब्लिक और निजी नेटवर्क पर निर्भर करता है। जो निजी नेटवर्क होता है वह अर्पानेट (एडवांस्ड एनालिसिस कंस एजन्सि नेटवर्क) जो की यूएसए द्वारा बनाया गया है उस पर काम करता है। डबल्यूडबल्यूडबल्यू की मदद से हम अलग अलग प्रकार की साइट खोलते हैं जो की हमारे लिए जानकारी देने का काम करते है।

    इंटर नेटवर्किंग की चुनौतियाँ (challenges in internetworking in hindi)

    इसमें काफी चुनौती भरे क्षेत्र होते हैं जो की नेटवर्क, कनैक्शन और नेटवर्क मैनेजमेंट में काफी इस्तेमाल होते हैं। कुछ बिन्दु अच्छे और पूंजीवाद इंटरनेटवर्क में हमारी मदद करते हैं और इसमें कुछ चुनोतियाँ भी हैं वह है –

    • पहली चुनौती तब आती है जब हम अलग अलग सिस्टम को संचार के लिए इस्तेमाल करते हैं अलग अलग तकनीकी माध्यम से। उदाहरण के लिए काफी साइट अलग अलग प्रकार का मीडिया इस्तेमाल करती हैं और यह अलग अलग गति की मदद से इस्तेमाल की जाती है।
    • दूसरा सभी लोग और संस्था इंटरनेटवर्क पर पूरी तरह से निर्भर करी हैं जो भी काम इंटरनेट के माध्यम से किए जाते हैं वह इसी की द्वारा किए जाते हैं।
    • इंटरनेटवर्क में ट्रबलशूटिंग के लिए भी कोई न कोई विकल्प होना चाहिए जिससे की हम आसानी से इसका इस्तेमाल कर सकें और यह कोन्फ़िगुरेशन में भी हमारी अच्छे से मदद करे।
    • इसमें फ्लेक्सिबिलिटी हमारी सबसे बड़ी चिंता होती है क्योंकि यह नेटवर्क को चलाने के लिए काफी जरूरी होती है और नई नई एप्स और सर्विस में हमारे लिए काफी उपयोगी होती है।

    इस लेख से सम्बंधित यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

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