Sat. Apr 20th, 2024
    difference between unicast multicast and broadcast in hindi

    विषय-सूचि

    यूनिकास्ट, मल्टीकास्ट और ब्रॉडकास्ट में अंतर

    इसमें कास्ट का मतलब यह है की जो डाटा क्लाईंट की मदद से उपयोगकर्ता को भेजा जाता है उसे हम इस नाम से जानते हैं।

    1. यूनिकास्ट (unicast)

    इस तरह के ट्रान्सफर की हमें तब जरूरत पड़ती है जब एक ही कोई डाटा भेजने वाला हो और एक ही डाटा को लेने वाला हो। इसे हम वन टू वन ट्रंजमिशन के नाम से भी जानते हैं।

    उदाहरण के लिए यदि हमें किसी आईपी एड्रैस 10.2.1.0 से किसी डाटा को स्ट्रीम करके 10.4.5.6 पर भेजना है तब इसका इस्तेमाल किया जाता है। यह डाटा ट्रान्सफर के लिए काफी लोकप्रिय भी है।

    2. ब्रॉडकास्ट (broadcast)

    इस तरह की ब्रॉडकास्टिंग दो भागों में विभाजित होती है – लिमिटेड ब्रॉडकास्टिंग और डाइरैक्ट ब्रॉडकास्टिंग।

    • लिमिटेड ब्रॉडकास्टिंग (limited broadcasting)– मान लीजिये की आपको पैकेट की स्ट्रीम नेटवर्क के माध्यम से सभी उपकरणों को भेजने है तो इस तरह के ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम को हम इस्तेमाल करते हैं। इस कार्य को करने के लिए हम फिर 255.255.255.225 लिमिटेड ब्रॉडकास्ट का इस्तेमाल करते हैं जिससे की जानकारी को सही से पहुंचाया जा सके।
    • डाइरैक्ट ब्रॉडकास्टिंग (direct broadcasting) – यह तब उपयोगी होता है जब हमें पैकेट की स्ट्रीम को और भी नेटवर्क पर डाटा को भेजना होता है। यह कार्य होस्ट आईडी की मदद से किया जाता है। यह टीवी में औडियो और विडियो के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।

    3. मल्टीकास्ट (multicast)

    इसमें एक और एक से ज्यादा सिस्टम डाटा को भेजने और लेने का काम करता गईं।

    यह सिस्टम एक कॉपी की डाटा स्ट्रीम को होस्ट की मदद से राऊट करने के काम में आता है।

    इसमें हमें आईजीएमपी (इंटरनेट ग्रुप मैनेजमेंट प्रोटोकॉल) की भी जरूरत पड़ती है डाटा को ट्रान्सफर करने के लिए जिससे की हम इसका आसानी से इस्तेमाल कर सकें।

    इस लेख से सम्बंधित यदि आपका कोई भी सवाल या सुझाव है, तो आप उसे नीचे कमेंट में लिख सकते हैं।

    One thought on “कम्प्युटर नेटवर्क के यूनिकास्ट, मल्टीकास्ट और ब्रॉडकास्ट में अंतर”

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