अमेरिका ने बताया कि आतंकी समूह बब्बर खालसा विदेशों में वांशिगटन के हितों को चुनौती दे रहा है। यह समूह विदेशी सरजमीं पर आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों पर निशाना साधकर अमेरिका के हित में अड़ंगा लगा रहा है।
वाइट हाउस ने वीरवार को बताया कि बाबर खालसा ने भारत में अपना स्वतंत्र गढ़ बना लिया है जो भारत में आतंकी हमलों के जिम्मेदार होते हैं। बब्बर खालसा को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय हिंसा और आतंक का पर्याय मानता है। बब्बर खालसा एक अंतर्राष्ट्रीय आतंकी संगठन है जिस पर अमेरिका, भारत और चीन में प्रतिबन्ध है।
वाइट हाउस ने कहा कि विदेशों में कई सारे क्रांतिकारी, अलगाववादी और राष्ट्रवादी आंदोलन हिंसाजनक होते हैं जिनका मकसद समाज में अस्थिरता को फैलाकर अमेरिका नागरिकों को खतरे में डालना है।
वाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका के हितो को चुनौती देने वाले आतंकी समूहों को फिलहाल अमेरिका को प्राथमिकताओं की सूची में से निकल देना चाहिए।
वाइट हाउस ने कहा कि नार्डिक रेजिस्टेंस मूवमेंट प्रसिद्द अंतर्राष्ट्रीय आंदोलन था इसमें राष्ट्रीय और सामाजिक संघठन अपना हित साधने के लिए और पश्चिनी विरोधी विचारधारा वाले लोगों का था. यह समूह अमेरिकी सरकार के विरोह में था।
ऐसे ही नेओ नाज़ी नेशनल एक्शन ग्रुप एक आतंकवादी संगठन है। इस समूह साल पर 2016 में ब्रिटैन ने पाबन्दी लगा दी थी। यह समूह राजनीतिक और अल्पसंखयकों के विरुद्ध हिंसा का प्रचार करता था।
इस समूह का सञ्चालन ब्रिटैन से हो रहा है लेकिन इसके तार कई आतंकी समूहों से जुड़े हैं। इसकी पहुंचअ मेरिका, एस्तोनिया, फ्रांस, जर्मनी, लातविया और पोलैंड तक फ़ैलीं है।