पाकिस्तान में बढ़ती राजनीतिक अशांति को कम करने के लिए अब चीन मदद को आगे आया है। चीन ने पाकिस्तान में आम समुदाय स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की है। इसके लिए चीन पाकिस्तानी सेना का पुनर्निर्माण करने की कोशिश करेगा। साथ ही पाकिस्तानी राष्ट्र का निर्माण करने में सेना को मदद करेगा।
दरअसल शनिवार को दो देशों के शीर्ष जनरलों के बीच एक बैठक आयोजित हुई। यह बैठक बीजिंग के सैन्य भवन में आयोजित की गई थी। इस बैठक में चीन की तरफ से संयुक्त स्टाफ विभाग के प्रमुख जनरल ली झुओचेंग व पाकिस्तान की तरफ से सेना के चीफ ऑफ जनरल लेफ्टिनेंट जनरल बिलाल अकबर सहित दोनों देशों के कई अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में तय हुआ कि चीन की तरफ से कहा गया कि चीनी सेना पाकिस्तान के साथ घनिष्ट संचार जारी रखेगी। प्रशिक्षण और उपकरणों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करेगी।
बीजिंग व इस्लामाबाद के बीच आपसी सहयोग होगा मजबूत
संयुक्त रूप से आतंकवाद का मुकाबला करने, रक्षा, आम हितों और क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता की रक्षा करने की प्रतिबद्धता भी जताई गई। वहीं पाकिस्तान की तरफ से कहा गया कि इस्लामाबाद, बीजिंग के साथ सामरिक संचार और समन्वय को मजबूत करने के लिए तैयार रहेगा।
विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग को गहरा और संयुक्त रूप से क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों के साथ सामना करने को तैयार हुआ। इसके अलावा चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के चीन के भविष्य में सहयोग करने की बात कही।
इसी बीच, चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (सीपीईसी) पर 7 वां संयुक्त समन्वय समिति (जेसीसी) की दो दिवसीय बैठक सोमवार को इस्लामाबाद में शुरू हुई।
बैठक का एजेंडा सीपीईसी के तहत किए जा रहे विभिन्न परियोजनाओं पर विचार-विमर्श करना है। जेसीसी ही सीपीईसी पर अंतिम व महत्वपूर्ण निर्णय लेता है। सीपीईसी प्रोजेक्ट को लेकर पाकिस्तान अपनी कई आपत्तिया भी चीन के समक्ष रखेगा।