सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर इलज़ाम लगाते हुए कहा कि उन्होंने यादव को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए फ्लाइट पकड़ने नहीं दिया। दरअसल, उन्हें एक छात्र नेता के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में शिरकत होने से पहले लखनऊ हवाई-अड्डे पर ही रोक दिया गया।
उन्होंने ट्विटर के माध्यम से एक पत्र लिखा है और कहा-“आज मुझे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्र संघ के कार्यक्रम में शिरकत करने से हवाई अड्डे पर ही रोक दिया गया। उन्होंने कोई कारण तो नहीं दिया है मगर ऐसा लग रहा है कि उनका मानना है कि मैं कानून व्यवस्था के लिए परेशानी खड़ा कर दूंगा। मैं लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की चिंता को समझ रहा हूँ और मैं खुद जानकार ऐसा कुछ नहीं करूँगा। मगर बोलने से रोक देना, सबकी जुबान पर जो सवाल है उनके रोक देना, युवाओं से बातचीत ना करने देना, ये सांफ सांफ दिखा रहा है कि सरकार कितनी डरी हुई है।”
My statement on the negative and undemocratic politics behind my detention at Lucknow Airport. pic.twitter.com/dP7MvdjOcT
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 12, 2019
“उन्होंने उत्तर प्रदेश खो दिया मगर चुनाव से भी ज्यादा उन्होंने भरोसा गँवा दिया जो युवाओं ने उनमे जताया था। एक रंग के भारत को बनाने की उनकी अंधी चाह ने करोड़ो लोगों की इच्छाओं और उम्मीदों को धोका दिया है। मैं युवाओं से यही सुनता हूँ-हम जाग गए हैं, हम जाग गए हैं। हम फिर ऐसे भाषण से पागल नहीं बनेंगे जो विभाजन करके जीतने के लिए बनाई गयी है।”
बिना किसी लिखित आदेश के मुझे एयरपोर्ट पर रोका गया। पूछने पर भी स्थिति साफ करने में अधिकारी विफल रहे। छात्र संघ कार्यक्रम में जाने से रोकना का एक मात्र मकसद युवाओं के बीच समाजवादी विचारों और आवाज को दबाना है। pic.twitter.com/151IwzPl1t
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 12, 2019
इस पूरे घटनाक्रम पर टिपण्णी करते हुए, बसपा प्रमुख मायावती ने भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा-“समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को आज इलाहाबाद नहीं जाने देने कि लिये उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोक लेने की घटना अति-निन्दनीय व बीजेपी सरकार की तानाशाही व लोकतंत्र की हत्या की प्रतीक।”
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव को आज इलाहाबाद नहीं जाने देने कि लिये उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोक लेने की घटना अति-निन्दनीय व बीजेपी सरकार की तानाशाही व लोकतंत्र की हत्या की प्रतीक।
— Mayawati (@Mayawati) February 12, 2019
क्या बीजेपी की केन्द्र व राज्य सरकार बीएसपी-सपा गठबंधन से इतनी ज्यादा भयभीत व बौखला गई है कि उन्हें अपनी राजनीतिक गतिविधि व पार्टी प्रोग्राम आदि करने पर भी रोक लगाने पर वह तुल गई है। अति दुर्भाग्यपूण। ऐसी आलोकतंत्रिक कार्रवाईयों का डट कर मुकाबला किया जायेगा।
— Mayawati (@Mayawati) February 12, 2019
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस घटना को निंदनीय बताते हुए ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा-“मैं अखिलेश यादव जी से पहले ही बात कर चुकी हूँ। हम भाजपा नेताओं के अहंकारी रवैये की पुरजोर निंदा करते हैं जिन्होंने अखिलेश को छात्रों को सम्बोधित करने नहीं दिया। यहाँ तक कि जिग्नेश मेवानी को भी इजाज़त नहीं मिली। हमारे देश में लोकतंत्र कहा हैं? और वो लोग सबको पाठ पढ़ा रहे हैं।”
I've already spoken to @yadavakhilesh. We all condemn the arrogant attitude of the so-called #BJP ‘leaders’ who didn't allow Akhilesh to address the students. Even @jigneshmevani80 was not allowed. Where is the democracy in our country? And they are giving lessons to everybody!
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) February 12, 2019
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने भी अखिलेश यादव से बात करते हुए इस घटना की निंदा की। उन्होंने कहा-“लखनऊ प्रशासन का सपा नेता अखिलेश यादव के खिलाफ उच्च व्यवहार की कड़ी निंदा करता हूँ। राजनीतिक विपक्षी के खिलाफ भाजपा की असहिष्णुता का एक और उदाहरण। सचमुच लोकतंत्र खतरे में है।”
सपा नेताओं ने मंगलवार को राज्य सभा में भी इस घटना को लेकर बवाल खड़ा कर दिया जिसके परिणामस्वरुप स्पीकर ने दोपहर के दो बजे तक सदन स्थगित कर दिया।