पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सऊदी अरब में आयोजित निवेश सम्मलेन के लिए सऊदी पहुँच चुके हैं। तुर्की में स्थित सऊदी दूतावास से पत्रकार जमाल खासोग्गी के हत्या में सऊदी अरब का हाथ होने के कारण अन्य राष्ट्रों के नेताओं ने इस सम्मेलन का बहिष्कार किया है।
Prime Minister Imran Khan arrives in Saudi Arabia. The Prime Minister is accompanied by Minister for Foreign Affairs Shah Mehmood Qureshi, Finance Minister Asad Umar, Information Minister Fawad Chaudhry and Adviser to PM on Investment Abdul Razak Dawood. @ImranKhanPTI pic.twitter.com/9WNhvGZ76M
— Prime Minister's Office (@PakPMO) October 22, 2018
रियाद रवाना होने से पूर्व पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि वह पत्रकार की हत्या के लिए चिंतित हैं लेकिन इस सम्मलेन का बहिष्कार नहीं कर सकते हैं। पाकिस्तान की चरमराती अर्थव्यवस्था को वापस पटरी पर लाने के लिए सऊदी अरब के कर्ज के लिए पाकिस्तानी सरकार बेक़रार है।
इमरान खान एक माह में दूसरी दफा सऊदी अरब के दौरे पर जायेंगे। इससे पूर्व प्रधानमंत्री पद पर आसीन होने के बाद पहली अधिकारिक यात्रा पर इमरान खान रियाद के दौरे पर गए थे। पाकिस्तान के पीएम के सऊदी अरब के न्योते को ठुकराने के बयान पर मिडिल ईस्ट ने नज़रे गड़ाई हुई थी।
इमरान खान ने कहा कि मुझे इस अवसर को भुनाना ही होगा क्योंकी 21 करोड़ लोगों का देश इतिहास के सबसे बुरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है। हम या तो आईएमएफ से कर्ज लेंगे या अपने मित्र देशों को मनाएंगे लेकिन कर्ज के लिए 2 या 3 महीनो का इंतज़ार नहीं कर सकते हैं। हम कर्ज के लिए अमादा है।
पाकिस्तान के पीएमओ दफ्तर के मुताबिक इमरान खान के साथ, वित्त मंत्री असद उमर और वणिज्य मंत्री अब्दुल रज्जाक दाऊद सऊदी अरब की यात्रा पर जायेंगे। उन्होंने कहा ये एक मौका है उन लोगों से मिलने का जो पाकिस्तान में निवेश करने की मंशा रखते हैं।
पिछले पाच वर्षो में आईएमएफ को दूसरी दफा बैलआउट पैकेज देने के लिए पाकिस्तानी सरकार ने इत्तलाह कर दिया था। इमरान खान के सात पर आने के बाद विदेशी भंडार 8.1 बिलियन डॉलर गिरा है। बीते दिसम्बर से पांच बार पाकिस्तानी मुद्रा में गिरावट आई है।
इमरान खान पाकिस्तान पर बढ़ते कर्ज का जिम्मेदार पूर्ववर्ती सरकार को ठहराया है। पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि वाशिंगटन पोस्ट के लेखक और अमेरिकी निवासी जमाल खाशोग्गी की हत्या से मिडिल ईस्ट चिंतित है। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब के स्पष्टीकरण का इंतज़ार कर रहे हैं। उम्मीद है कि सऊदी का जवाब नागरिकों को संतोष और गुनाहगारों की सज़ा के लिए उपयुक्त होगा।