Sat. Oct 12th, 2024
    संजय बारू

    पिछले कुछ साल कांग्रेस के लिए अच्छे नहीं रहे हैं। 2014 लोकसभा चुनावों के बाद अगर पंजाब विधानसभा चुनावों को छोड़ दें तो हर जगह उसे शिकस्त ही हाथ लगी है। लगातार मिल रही सियासी शिकस्त के बाद अब कांग्रेस पर अस्तित्व बचाने का संकट मंडराने लगा है। देश की सबसे पुरानी पार्टी का यह हाल होता देख अब हर ओर से कांग्रेस को सलाह-मशविरे मिल रहे हैं। कई बार पार्टी के वरिष्ठ नेता सार्वजनिक मंचों से संगठन में सुधार की बात कहते नजर आये हैं और पुराने साथी भी कांग्रेस नेतृत्व में बदलाव की जरुरत को स्वीकार कर चुके हैं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू ने कांग्रेस के प्रदर्शन में सुधार और उसकी सत्ता वापसी के लिए सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के लिए नरेंद्र मोदी सरीखे नेता की जरुरत है।

    पुस्तक विमोचन के दौरान दिया सुझाव

    संजय बारू ने यह सुझाव एक पुस्तक विमोचन समारोह के दौरान हुई चर्चा में दिया। इस पुस्तक विमोचन समारोह में उनके अलावा दो अन्य कांग्रेसी दिग्गज मनीष तिवारी और शशि थरूर भी शामिल थे। हालाँकि उनके सुझाव देने के तुरंत बाद वहाँ मौजूद कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने इस पर प्रतिक्रिया दी। मनीष तिवारी ने कहा कि हार-जीत चुनाव का हिस्सा है। किसी भी दल की जीत स्थायी नहीं होती और सरकारें बदलने के लिए ही होती हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगामी चुनावों में कांग्रेस पार्टी जोरदार वापसी करते हुए वापस पुराने ढर्रे पर लौटेगी। संजय बारू खुद भी लेखक हैं और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर आधारित एक किताब भी लिख चुके हैं।

    मनमोहन के करीब रहे हैं बारू

    संजय बारू पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान उनके साथ बतौर मीडिया सलाहकार काम चुके हैं। उन्हें मनमोहन सिंह का बेहद करीबी माना जाता है। उनके कार्यकाल के दौरान कई मौकों पर इन्होंने सरकार के पक्ष को मजबूती से पेश करने में अहम भूमिका निभाई थी। संजय बारू ने मनमोहन सिंह पर आधारित एक किताब भी लिखी है। इस किताब का नाम “द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर : द मेकिंग एंड अनमेकिंग ऑफ़ मनमोहन सिंह” है। यह किताब काफी विवादों में रही थी। इसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के प्रथम कार्यकाल के समय घटित घटनाओं का विवरण है।

    पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की बेटी ने इस किताब पर सवाल उठाये थे। संजय बारू की इस किताब की तुलना उन्होंने पीठ में छुरा घोंपने से करते हुए संजय बारू पर विश्वासघात का आरोप लगाया था। कांग्रेस ने भी इस किताब की प्रमाणिकता और सत्यता पर सवाल उठाए थे और संजय बारू पर भाजपा का समर्थन करने के आरोप लगाए थे। इस किताब पर एक फिल्म भी बन रही है जो अभी निर्माणाधीन है।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।