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    शाहरुख़ खान: जो इस्लामिक धर्म, आतंकवादी मानते हैं, वो हमारा इस्लाम है ही नहीं

    पुलवामा में हुआ आतंकी हमला पाकिस्तान की तरफ से हुआ था और इसलिए भारत के सभी नागरिको में इस वक़्त आक्रोश की भावना है। हर कोई पड़ोसी मुल्क से बदला लेना चाहता है। जैश-ए-मोहम्मद नाम के आतंकी संगठन ने 14 फरवरी को 49 सीआरपीएफ जवानो को मौत के घाट उतार दिया था। जहाँ पूरा देश एकजुट होकर शोक मना रहा है, वही दूसरी तरफ, अभी भी समाज का एक वर्ग ऐसा है जो हमले के लिए पूरे इस्लाम धर्म को दोषी ठहरा रहा हैं।

    इस हमले के बाद, चाहे हिन्दू हो या मुस्लमान, सिख हो या इसाई, सभी ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और देश भर में विरोध प्रदर्शन और कैंडल मार्च निकाला है। सेलिब्रिटीज ने भी सोशल मीडिया के जरिये अपना गुस्सा और दुख ज़ाहिर किया है। ऐसे में जब शाहरुख़ खान ने भी ट्वीट किया तो उनका एक पुराना इंटरव्यू का विडियो सामने आया जिसमे वे ये कहते नज़र आ रहे हैं कि जो इस्लामिक धर्म, आतंकवादी मानते हैं, वो उनका इस्लाम है ही नहीं। वो उनका धर्म है ही नहीं।

    https://twitter.com/ShruvKhanna/status/1096344624581566464

    पत्रकार राजीव सरदेसाई को दिए इंटरव्यू में शाहरुख़ ने बताया कि जब कोई दो या तीन साल पहले उन्हें बोलता था कि आतंकवाद इस्लाम के स्वाभाव में है तो वे मना कर देते थे मगर अब वे ऐसा नहीं करते। उन्हें समझ आ गया है कि आतंकवाद अल्लाह की आवाज़ नहीं सुनते बल्कि मुल्ला की जुबानी ज्यादा मानते हैं।

    उन्होंने कहा कि ना कुरान में, ना गीता में और ना ही बाइबिल में ऐसा उल्लेख है। उन्होंने आगे कहा कि अल्लाह ये कहता है कि अगर आप किसी एक इन्सान को दुख पहुँचाओगे तो आप पूरी इंसानियत को दुख पहुँचा रहे हो। और अगर आप इन्सान को स्वस्थ करते हैं तो आप पूरी इंसानियत को स्वस्थ कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो ऐसा करता है उसे जन्नत नहीं मिलती बल्कि खुदा उसे सजा देता है।

    https://www.instagram.com/p/BsxFq2SAWBt/?utm_source=ig_web_copy_link

    उन्होंने अंत में सभी माता-पिता से ये भी अपील की कि वे अपने बच्चो को इन पवित्र ग्रंथो को पढ़ाये ताकी उन्हें पता चले कि इनमे क्या लिखा है और वे कभी गलत रास्ते पर ना जाये।

    By साक्षी बंसल

    पत्रकारिता की छात्रा जिसे ख़बरों की दुनिया में रूचि है।

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