Mon. Dec 23rd, 2024
    विक्की कौशल: बॉक्स ऑफिस कलेक्शन ये फैसला नहीं कर सकती कि फिल्म अच्छी है या नहीं

    विक्की कौशल ने हर बार अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीता है। उनकी आगामी फिल्म “उरी:द सर्जिकल स्ट्राइक” जिसमे उन्होंने मुख्य किरदार निभाया है, वो उनके लिए हर मायने में महत्वपूर्ण होने वाली है। उनकी फिल्मों को समीक्षकों से प्यार और सम्मान मिलेगा ये तो तय है मगर क्या वे अपने दम पर किसी फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर चला सकते हैं, ये तो फिल्म रिलीज़ होने के बाद ही पता चलेगा।

    पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में, जब उनसे इसी के ऊपर सवाल किया तो मसान स्टार ने कहा कि बॉक्स ऑफिस कलेक्शन ये फैसला नहीं कर सकती कि फिल्म अच्छी है या नहीं। उनके मुताबिक, “ऐसे मुकाम पर पहुंचना मेरे लिए सौभाग्य की बात है जहां आपको परीक्षण का मौका मिलता है। मुझे खुशी है कि मुझे इस तरह के विश्वसनीय विषय के साथ यह मौका मिला। बॉक्स ऑफिस नंबर यह तय नहीं कर सकते हैं कि यह एक अच्छी फिल्म है या नहीं। लेकिन यह महत्वपूर्ण है, यह शोबिज है। एक निर्माता जब फिल्म में निवेश करता है तो वे अच्छे मुनाफे की उम्मीद करता है।”

    अभिनेता के लिए 2018 एक अच्छा साल था जिन्होंने ‘संजू’, ‘राज़ी’ और ‘मनमर्जियां’ जैसी बैक-टू-बैक हिट फिल्में दी और उन्हें उम्मीद है कि नए साल में यह ट्रेंड जारी रहेगी। उन्होंने कहा-“2018 में, जो फिल्में अच्छी थीं केवल उनकी सराहना की गई थीं, कलाकारों को बिना ध्यान में रखे गए। गणित आसान हो गया है। अगर फिल्म अच्छी है, तो अच्छी कमाई करेगी।”

    अपने किरदारों पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि उन्हें तैयारी करना का जो वक़्त होता है वो अच्छा लगता है। इस पेशे की यही खासियत है कि आपको अपने बारे में ज्यादा पता चलता है और केवल एक अभिनेता के तौर पर ही नहीं बल्कि एक इन्सान के तौर पर भी आप उभर के आते हो।

    2016 में पाकिस्तान के ऊपर भारतीय सेना द्वारा नियंत्रण रेखा पर सर्जिकल स्ट्राइक करने पर ही आधारित है ये फिल्म। इसके लिए विक्की ने व्यापक सैन्य प्रशिक्षण लिया था। इसपर उन्होंने कहा-“हम हर किरदार या भावना के लिए एक बेक-स्टोरी बनाते है भले ही वो फिल्म का हिस्सा बने या नहीं। मगर ये हमारे लिए होता है। हमने बहुत कोशिश है कि इस कहानी को जितना ईमानदारी से दिखा सके दिखा दे।”

    विक्की ने कहा कि उन्होंने सशस्त्र बलों के लोगों के साथ बातचीत की, लेकिन प्रोटोकॉल के अनुसार, उन्हें उन लोगों के साथ बातचीत करने की अनुमति नहीं थी, जिन्होंने वास्तविक जीवन में स्ट्राइक का नेतृत्व किया था। “हम उन लोगों से नहीं मिल सकते थे जो सर्जिकल स्ट्राइक में शामिल थे, लेकिन हम पैरा-कमांडो से मिले, जो इस तरह के हमलों के लिए प्रशिक्षित हैं और अतीत में ऐसे अभियान का हिस्सा रहे हैं। अभियान के दौरान उनके दिमाग में क्या चल रहा था यही समझना जरुरी था। एक इन्सान होने के नाते, वो डर का सामना कैसे करते हैं, ये जानना दिलचस्प था।”

    जब उनसे नसीरुद्दीन शाह के असहिष्णुता वाले बयां पर टिपण्णी करने के लिए कहा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। मगर साथ ही ये भी कहा कि हर इन्सान के पास अपने विचार रखने का अधिकार होना चाहिए अन्यथा यह एक लोकतांत्रिक देश नहीं है।

    आगे उन्होंने बताया कि भीड़ हत्या बहुत गलत कदम होता है क्योंकि किसी के पास कानून अपने हाथों में लेने का हक़ नहीं हो सकता। कानून को आगे बढ़कर ऐसी घटनाओं को रोकना होगा।

    उरी में परेश रावल, यामी गौतम और लोकप्रिय टीवी अभिनेता मोहित रैना भी मुख्य किरदार में दिखाई देंगे। रॉनी स्क्रूवाला की RSVP द्वारा निर्मित, फिल्म 11 जनवरी को रिलीज़ होने जा रही है।

    By साक्षी बंसल

    पत्रकारिता की छात्रा जिसे ख़बरों की दुनिया में रूचि है।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *