Thu. Apr 18th, 2024
    sharad yadav

    पूर्व जेडीयू नेता शरद यादव ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिधिया के लिए कहे गए अपने आपत्तिजनक शब्दों पर खेद जताते हुए कहा कि उनका इरादा वसुंधरा राजे को तकलीफ पहुंचाने का था। उन्होंने ये भी कहा कि राज्य की मुख्यमंत्री के साथ उनके पारिवारिक सम्बन्ध हैं और वो उन्हें पत्र लिख कर माफ़ी मांगेंगे।

    उन्होंने मीडिया से कहा “मैंने उनका बयान सुना। उनके साथ मेरे बहुत पुराने पारिवारिक रिश्ते हैं। अगर मेरे शदों से उन्हें तकलीफ हुई है तो मैं माफ़ी मांगता हूँ। मैं उन्हें एक चिट्ठी लिखूंगा।”

    दरअसल अलवर में एक चुनावी रैली के दौरान लोगो को सम्बोधित करते वक़्त यादव ने कहा था-“वसुंधरा को आराम दो, बहुत थक गयी हैं, बहुत मोटी हो गयी हैं, पहले पतली थी। वे हमारे मध्य प्रदेश की बेटी हैं।”

    झालवार में वोट देने के बाद राजे ने उनके बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि वो बहुत अपमानित महसूस कर रही हैं।

    भाजपा ने शरद यादव के बयां पर आपत्ति जताते हुए उनके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करायी है।

    शरद यादव महिलाओं के प्रति अपने बयानों को लेकर अक्सर विवादों में घिरते रहे हैं।

    एक बार दक्षिण भारत की महिलाओं पर टिपण्णी करते हुए शरद यादव ने कहा था कि दक्षिण भारत की महिलायें सांवली तो होती हैं लेकिन उनका शरीर खुबसूरत होता है। शेष भारत के लोग गोरा रंग देखते ही हथियार डाल देते हैं।  शादी के विज्ञापनों में भी लिखा होता है गोरी लड़की चाहिए। उनके बयां पर संसद में जब भाजपा नेता स्मृति इरानी ने आपत्ति जताया तो शरद ने उन्हें कहा कि “मैं जानता हूँ आप कौन है”. दरअसल शरद का इशारा स्मृति इरानी के ग्लैमर पृष्ठभूमि की ओर था।

    इसके अलावा एक बार शरद यादव ने संसद में महिला बिल पर बहस के दौरान कहा था कि अगर ये बिल पास हो गया तो संसद में परकटी महिलाओं का अप्रवेश हो जाएगा।

    एक बार उन्होंने बयां दिया था कि बेटी की इज्जत से ज्यादा बड़ी होती है वोट की इज्जत। बेटी की इज्जत जायेगी तो गली मोहल्ल्ले की बदनामी होगी लेकिन अगर वोट की इज्जत जायेगी तो देश की बदनामी होगी।

    By आदर्श कुमार

    आदर्श कुमार ने इंजीनियरिंग की पढाई की है। राजनीति में रूचि होने के कारण उन्होंने इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ कर पत्रकारिता के क्षेत्र में कदम रखने का फैसला किया। उन्होंने कई वेबसाइट पर स्वतंत्र लेखक के रूप में काम किया है। द इन्डियन वायर पर वो राजनीति से जुड़े मुद्दों पर लिखते हैं।

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