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    "रॉ-रोमियो अकबर वॉल्टर" अभिनेता जैकी श्रॉफ: अनसुने हीरो की कहानी लाने का चलन जारी रहना चाहिए

    फिल्म “रॉ-रोमियो अकबर वॉल्टर” में रॉ के संस्थापक निर्देशक की भूमिका निभा रहे जैकी श्रॉफ का कहना है कि बड़े पर्दे पर ऐसे अनसुने हीरो की कहानी लाने का चलन जारी रहना चाहिए। श्रॉफ भारतीय खुफिया एजेंसी के संस्थापक आरएन काओ की भूमिका निभाते नजर आएंगे। फिल्म में जॉन अब्राहम मुख्य भूमिका में हैं।

    PTI को उन्होंने बताया-“मुझे खुशी है कि मुझे पर्दे पर उन लोगों की कहानी लाने का मौका मिला जिन्होंने देश की सेवा की। इस भूमिका को निभाना मेरे लिए उपलब्धि जैसा है। यह चलन जारी रहना चाहिए। हमारे पास बहुत सारे ऐसे अनसुने हीरो हैं। लोगों को आज ऐसी कहानियां जानने की जरुरत है।”

    “मैंने फिल्मों में रक्षा कर्मियों और पुलिसकर्मियों की भूमिका निभाई है। मेरे पास घर पर पुलिसकर्मी की वर्दी होती थी क्योंकि मेरे पास उस समय दो फिल्में थी। मैं सिर्फ बैज बदलता और फिर से वही वर्दी पहन लेता था।”

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    62 वर्षीय अभिनेता ने ‘बॉर्डर’ में एक IAF पायलट की भूमिका निभाई, जबकि उन्होंने ‘राम लखन’ और अन्य फिल्मों में पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाई। श्रॉफ ने कहा कि चूँकि उनके पास काओ के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध थी, वह पूरी तरह से अपने निर्देशक रॉबी ग्रेवाल के शोध पर निर्भर थे और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करते थे।

    “मैंने उनसे पूछा कि उन्होंने मुझे इस भूमिका के लिए क्यों चुना, उन्होंने मुझे बताया, उन्हें मेरी स्क्रीन उपस्थिति पसंद है। मैंने रॉबी के साथ एक फिल्म की है, इसलिए मुझे उन पर भरोसा है। मुझे पता था कि वह मुझे अच्छी तरह से संभाल लेंगे। मैं एक बच्चे की तरह हूँ, मैं बस निर्देशक के अनुसार मिल जाता हूँ। मैं अपने काम के प्रति ईमानदार रहने में और निर्देशक की उम्मीद के अनुसार काम करने में विश्वास रखता हूँ।”

    1968-71 के समय में निर्धारित, “रॉ-रोमियो अकबर वॉल्टर” सच्ची घटनाओं पर आधारित है, जिसका तीन देशों – भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के भविष्य पर प्रभाव था। फिल्म में मौनी रॉय, सुचित्रा कृष्णमूर्ति, सिकंदर खेर और रघुबीर यादव भी हैं। फिल्म 5 अप्रैल को रिलीज़ हो रही है।

     

    By साक्षी बंसल

    पत्रकारिता की छात्रा जिसे ख़बरों की दुनिया में रूचि है।

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