वर्ष 2016 में जियो की शुरुआत होने के बाद एक ओर जहाँ टेलीकॉम सेक्टर में भूचाल सा आ गया है, वहीं दूसरी ओर मुकेश अंबानी की संपत्ति में भी गज़ब का उछाल देखने को मिला है। जियो ने अपने आने के साथ ही ये दर्शा दिया था कि देश में मोबाइल डाटा क्षेत्र में अब क्रांति आएगी।
जियो आने के बाद से एक ओर अधिकाधिक मजबूत होती गयी रिलायंस सिर्फ डाटा क्षेत्र में नहीं रुकी, बल्कि मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस ने विभिन्न क्षेत्रों की कई बड़ी कंपनियों में हिस्सेदारी भी खरीद ली है।
रिलायंस द्वारा हाल ही में की गयी भारतीय बाज़ार के लिहाज से महत्वपूर्ण ऐसी ही 7 बड़ी डीलों के बारे में हम आपको बता रहे हैं:
1. ‘जियो फ़ाइबर’ के लिए डेन में खरीदी 66 प्रतिशत हिस्सेदारी
हाल ही में मुकेश अंबानी ने हाल ही में बड़े सौदे को अंजाम देते हुए 2,290 करोड़ रुपयों में डेन की 66 प्रतिशत हिस्सेदारी अपने कब्ज़े में कर ली है।
मालूम हो कि डेन देश में प्रमुख केबल टीवी नेटवर्क सेवा प्रदाताओं में से एक है।
2. हेथवे में खरीदी 51.3 प्रतिशत की हिस्सेदारी
डेन की ही तरह रिलायंस ने हेथवे केबल में भी 51.3 प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीद ली है।
रिलायंस की यह डील 2,940 करोड़ में हुई है। रिलायंस को जियो फ़ाइबर को आगे लाने के लिए रिलायंस को हेथवे केबल से बेहद जरूरी सहारा मिलेगा।
3. बालाजी टेलेफ़िल्म्स में खरीद ली 25 फीसदी की हिस्सेदारी
रिलायंस ने हाल ही में अपनी विडियो स्ट्रीमिंग एप ‘जियो टीवी’ को भविष्य के बाज़ार में तैयार करने के लिए बालाजी टेलेफ़िल्म्स में 25 प्रतिशत की हिस्सेदारी खरीद ली है।
जियो ने इसके लिए 413 करोड़ रुपये की डील की है। इस डील के बाद अब जियो अपनी जियो टीवी के लिए कंटेंट उत्पादित करेगी।
4. 5जी सुविधा के लिए किया रेडीसिस का अधिग्रहण
रिलायंस ने अमेरिकी फ़र्म रेडीसिस का भी अधिग्रहण किया है। इसके तहत जियो को 5जी सुविधा में लाभ मिलेगा।
5. ऑनलाइन शिक्षा के लिए एम्बाइब में खरीदी 73 प्रतिशत की हिस्सेदारी
रिलायंस ने ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में अग्रिणी कंपनी एम्बाइब में भी 73 प्रतिशत की हिस्सेदारी पर अधिग्रहण कर लिया है।
यह कंपनी ऑनलाइन शिक्षा के लिए आर्टिफ़िश्यल इंटेलिजेंस से लैस प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराती है।
6. ऑनलाइन म्यूजिक स्ट्रीमिंग कंपनी ‘सावन’ को भी खरीदा
इसी के साथ जियो ने ऑनलाइन म्यूजिक स्ट्रीमिंग कंपनी ‘सावन’ को भी खरीद लिया है।
मालूम हो कि जियो के पास ‘जियो म्यूजिक’ नाम की ऑनलाइन म्यूजिक स्ट्रीमिंग एप मौजूद है। रिलायंस ने यह अधिग्रहण 670 रुपये में किया है।
7. ‘काए ओएस’ में खरीदी 16 प्रतिशत की हिस्सेदारी
रिलायंस द्वारा हाल ही में पेश किया गया जियो फोन ‘काए ओएस’ पर ही चलता है। जियो ने काए ओएस की 16 प्रतिशत हिस्सेदारी 46 करोड़ में खरीदी है।