अपने सस्ते टैरिफ और बेहतर सुविधा के साथ भारत के टेलीकॉम बाज़ार में महज 2 सालों में ही अपनी पैठ बनाने वाली जियो इस साल के अंत तक भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बनकर सामने आ सकती है।
यह तथ्य एक रिसर्च में सामने आए हैं। ये आंकड़े कोटक इंस्टीट्यूटनल इक्विटि रिसर्च के विश्लेषकों द्वारा सामने रखे गए हैं। विश्लेषकों के आंकड़ों के तहत रिलायंस जियो पिछले दो तिमाहियों से जिस गति से आगे बढ़ रही है, अगर आगे भी यही चाल बरकरार रखती है तो इस साल की आखिरी तिमाही में रिलायंस जियो भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बनकर सामने आएगी।
जाहिर है रिलायंस जिओ के वर्तमान में करीबन 25 करोड़ ग्राहक हैं और यह आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है।
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विश्लेषकों के अनुसार वर्ष 2018 की दूसरी तिमाही के लिए एयरटेल का राजस्व 87 से 88 अरब रुपये रहेगा, जबकि जियो का राजस्व करीब 92.4 अरब रुपये का होगा। इसी के साथ रिलायंस जियो दूसरी तिमाही में भारती एयरटेल को पिछाड़ते हुए नंबर 2 की कुर्सी पर काबिज हो जाएगी।
दूसरी तिमाही के अंत तक वोडाफोन-आइडिया नंबर एक की कुर्सी पर क़ाबिज़ रहेंगे, लेकिन तीसरी तिमाही में ये स्थान बदल सकता है। तब रिलायंस जियो वोडाफोन को पीछे छोडते हुए नंबर एक की कुर्सी पर क़ाबिज़ हो जाएगी।
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अभी सभी टेलीकॉम कंपनियों को आधार के विकल्प के रूप में अपने ग्राहकों के लिए नए पहचान तरीके के लिए मंथन करना है। ऐसे में किसी भी कंपनी के लिए अपने साथ नए ग्राहकों को जोड़ने की प्रक्रिया फिलहाल उतनी सरल नहीं रहेगी।
हालाँकि जियो फिलहाल 1 साल की वैधता वाले प्लान व 100 प्रतिशत कैशबैक जैसे ऑफर के साथ नए ग्राहकों को रिझाने की कोशिश में लगा हुआ है। जिओ बहुत जल्द ब्रॉडबैंड क्षेत्र में भी प्रवेश करने जा रहा है, जिसमे जिओ मोबाइल की ही तरह जिओ ब्रॉडबैंड भी तहलका मचा सकता है।
इसके अलावा रिलायंस कंपनी जिस गति से जिओ के विस्तार के लिए कई कंपनियों का अधिग्रहण कर रही है, जिसका फायदा सीधा जिओ को मिलेगा।