अनुपम खेर अभिनीत बायोपिक “द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर” जब तक रिलीज़ नहीं हो जाती, उसपर आये दिन राजनीती चलती ही रहेगी। इसी शुक्रवार को, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने कहा कि वे भी एक एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर थे(संयोगवश प्रधानमंत्री)। उन्होंने इस फिल्म के शीर्षक पर तंज कस्ते हुए ये बयां दिया।
विवादित फिल्म पर प्रतिक्रिया देते हुए, 85 वर्षीय जेडीएस सुप्रीमो ने कहा, “वास्तव में मुझे नहीं पता, कि क्यों अनुमति दी गई थी … मुझे लगता है कि यह तीन या चार महीने पहले शुरू हुआ था। मुझे नहीं पता किसने अनुमति दी, क्यों? ईमानदारी से, मैंने इस तथाकथित एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर को पढ़ा या देखा नहीं है। मैं भी एक एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर(संयोगवश प्रधानमंत्री) हूँ।”
1996 के आम चुनावों में, किसी भी पार्टी ने सरकार बनाने के लिए पर्याप्त सीटें नहीं जीतीं थी। तब गैर-कांग्रेस और गैर-भाजपा क्षेत्रीय दलों के एक समूह, संयुक्त मोर्चा ने कांग्रेस के समर्थन से केंद्र में सरकार बनाने का फैसला किया और गौड़ा को सरकार का प्रमुख चुना।
उन्होंने क्षेत्रीय दलों और कांग्रेस की मदद से 1 जून 1996 से 21 अप्रैल 1997 तक प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया। बाद में जब कांग्रेस ने समर्थन वापस ले लिया, तो श्री गौड़ा को पद छोड़ना पड़ा।
अब फिल्म की बात की जाये तो, ये पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार संजय बारू के इसी नाम की किताब पर आधारित है। इस बायोपिक में, 2004-2014 से देश की कमान सँभालने वाले प्रधानमंत्री और अर्थशास्त्री रहे मनमोहन सिंह की राजनीतिक पारी को दिखाया गया है।
इस फिल्म को लेकर कांग्रेस ने इलज़ाम लगाया है कि ये भाजपा का पार्टी के खिलाफ प्रचार-प्रसार है।
विजय रत्नाकर गुट्टे निर्देशित ये फिल्म अगले साल 11 जनवरी को रिलीज़ होगी।