अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अगले माह 11 अप्रैल को व्हाइट हाउस में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात में अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच हनोई में हुई परमाणु निरस्त्रीकरण के बाबत दूसरे शिखर सम्मेलन से सम्बंधित मसलों पर बातचीत की जाएगी।
दक्षिण कोरिया के एक वरिष्ठ अधिकारी नें बताया कि दोनों नेता एक-दुसरे देश के बीच सम्बन्ध को मजबूत करना चाहेंगे। इसके अलावा कोरियाई प्रायद्वीप पर शान्ति और उत्तर कोरिया द्वारा पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण पर भी चर्चा की जायेगी।
अगले महीने मुलाकात होगी
योनहाप के अनुसार, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति दफ्तर से बयान कर बताया कि मून जे इन 10 अप्रैल को अमेरिका पंहुचेंगे और अगले दिन डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात करेंगे।
जान संपर्क के वरिष्ठ सचिव यूं डा हान ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि “दोनों नेता सीओल-वांशिगटन गठबंधन को मज़बूत करने के बाबत गहन चर्चा करेंगे और पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के जरिये कोरियन पेनिनसुला में शान्ति स्थापित करने के स्वरुप को तैयार करेंगे।”
हनोई के बाद पहली मुलाकात
डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन की पिछले माह हनोई में मुलाकात के बाद यह दक्षिण कोरिया और अमेरिका के राष्ट्रपतियों की यह पहली मुलाकात है। यह मुलाकात बिना किसी समझौते के रद्द कर दी गयी थी। 28 फरवरी को उत्तर कोरिया-अमेरिकी वार्ता अचानक खत्म होने के बाद मून जे इन ने डॉनल्ड ट्रम्प से तत्काल फ़ोन पर इस बाबत बातचीत की थी।
पियोंगयांग के विदेश मंत्री रो योंग हो के अनुसार, उत्तर कोरिया वियतनाम के सम्मेलन में कुछ प्रतिबंधों से रियायत चाहता था। जबकि अमेरिका के मुताबकि पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के बाद ही प्रतिबंधों से आज़ादी मिलेगी।
अमेरिका के प्रशासन ने सोमवार को कहा कि “उत्तर कोरिया पर शुरुआत के प्रतिबन्ध लागू रहेंगे। परमाणु कार्यक्रमों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति अधिक प्रतिबन्धों का बोझ उत्तार कोरिया के कांधो पर डालने के इच्छुक नहीं थे।”
बीते दिन रायटर्स के मुताबिक अमेरिकी जनरल रोबर्ट अब्राम्स ने कहा कि “असैन्य क्षेत्र में तनाव में कमी और सार्वजिनक क्षेत्र में रणनीतिक उकसावे की समाप्ति के बावजूद उतर कोरिया की सैन्य क्षमताओं में कोई निरीक्षित बदलाव नहीं दिख रहा है।”
उत्तर कोरिया के परमाणु निरस्त्रीकरण पर हो सकती है बातचीत
दक्षिण कोरिया और अमेरिका लम्बे समय से यह कोशिश कर रहे हैं कि किसी तरह उत्तर कोरिया से सम्पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण हो सके।
पिछले साल जून के महीनें में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन नें एतिहासिक मुलाकात की थी।
इस मुलाकात को दोनों नेताओं नें सफल बताया था, लेकिन इसके बाद भी उत्तर कोरिया नें पूरी तरह से परमाणु निरस्त्रीकरण नहीं किया था। हालाँकि किम जोंग उन नें उसके बाद से अब तक कोई भी नयी मिसाइल टेस्ट नहीं की है।