हाल ही में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के अनुसार जून-अगस्त के बीच एयरटेल ने डाउनलोड स्पीड के मामले में जियो को पिछाड़ दिया है। यह रिपोर्ट ओपेन सिग्नल ने प्रसारित की है।
हालाँकि इस रिपोर्ट के अनुसार जियो ने 4जी कवरेज के मामले में अपने सभी प्रतिद्वंदीयों को काफी पीछे छोड़ दिया है।
ओपेनसिग्नल एक ऐसी संस्था है जो नेटवर्क ऑपरेटरों को उनकी सेवा, सुविधा और उपलब्धता के आधार पर सूचीबद्ध करती है। ओपेनसिग्नल की रिपोर्ट के अनुसार एयरटेल ने 7.53 एमबीपीएस की अधिकतम डाउनलोड स्पीड दी है। इसके बाद जियो 5.47 एमबीपीएस स्पीड के साथ दूसरे नंबर पर है।
रिपोर्ट के अनुसार एयरटेल ने सभी 16 सर्कलों में अपनी टॉप स्पीड को बरकरार रखा है, जबकि 2 सर्कलों में इसकी स्पीड बराबर रही है।
वहीं ओपेन सिग्नल के मुताबिक कवरेज के मामले में जियो सबसे आगे है। जियो ने भारत के करेब 95 प्रतिशत हिस्से को कवर किया हुआ है। वहीं 4जी नेटवर्क कवरेज के मामले में एयरटेल का हिसा 73.99 प्रतिशत है।
वहीं ओपेन सिग्नल की रिपोर्ट के अनुसार अपलोड स्पीड के मामले में आइडिया ने बाज़ी मार ली है। आइडिया ने 2.88 एमबीपीएस की औसत अपलोड स्पीड दी है। इसके बाद दूसरा नंबर पर वोडाफोन है जो 2.31 एमबीपीएस की अपलोड स्पीड उपलब्ध करा रहा है।
सेवा विलंबता (सर्विस लेटेंसी) के मामले में भी जियो ने अपना दर्जा ऊंचा बनाए रखा है, जियो ने इस सूची में 72.20 प्रतिशत के साथ पहला नंबर बनाए रखा है। इसी के साथ वोडाफोन 80.42 प्रतिशत की विलंबता के साथ दूसरे नंबर पर है। लेटेंसी वो समय होता है जब नेटवर्क को अनुदेश मिलने के बाद नेटवर्क उसपर प्रतिक्रिया देता है। यह समय जितना अधिक होगा, सेवा उतनी ही बाधित मानी जाती है।
सर्वे ने वोड़ाफोन और आइडिया के बीच हाल ही में हुए विलय के बावजूद उनपर अलग अलग टेस्ट किए थे।
वहीं रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में फिलहल टेलीकॉम सेक्टर में प्राइस वार चल रही है। ऐसे में ऑपरेटरों के राजस्व के लिए जरूरी है अब इसका अंत दो। भारत में फिलहाल न्यूनतम टैरिफ दाम की होड मची हुई है।
मालूम हो कि सर्वे ने 17 लाख से भी अधिक डिवाइस से 10.5 अरब आंकड़ों के साथ 90 दिनों में इस रिपोर्ट को जारी किया है।