पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने हाल ही में बीबीसी को दिए इंटरव्यू में कहा कि दो हफ्ते पहले हुए पुलवामा आतंकी हमले में जैश-ए-मोहम्मद की भूमिका को लेकर कुछ भ्रम है। इस आतंकी हमले में, 40 सीआरपीएफ जवानों की हत्या हो गयी थी।
इंटरव्यू के दौरान, उन्होंने कई बड़े चौकाने वाले खुलासे किये और अंत में ये कह दिया है कि पाकिस्तानी नेतृत्व लगातार जैश-ए-मोहम्मद के संपर्क में थे और उन्होंने हमले में भूमिका निभाने से मना कर दिया। मंत्री ने फिर दोहराया कि पाकिस्तान को कार्यवाही करने के लिए सबूत की जरुरत है।
जावेद अख्तर ने शनिवार की दोपहर को कुरैशी पर सबूत मांगने के लिए तीखा हमला बोला जबकि जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर ने खुलकर दावा किया था कि वह भारत के साथ युद्ध कर रहा है।
उन्होंने एक ट्वीट के जरिये लिखा-“हमें ब्रेक दीजिये श्री कुरैशी। हमारे प्लेन को हाईजैक किया गया और कंदहार ले जाया गया ताकी मसूद अजहर को भारतीय जेल से बाहर निकाला जा सके। उसे हाईजैकर के हवाले किया गया। तुरंत ही वह पाकिस्तान में नज़र आया और जिहाद के एजेंडा से एक संगठन बनाया। वह दावा करता है कि वह भारत के साथ युद्ध कर रहा है मगर आपको सबूत चाहिए। सचमुच?”
Give us a break Mr Qureshi.Our plane was highjacked n taken to Kandahar to get Masood Azhar out of Indian Jail. He was handed over to the hijackers. Soon He appeared in Pak made an org with an agenda for jihad. He claims he is at war with India but you need a proof . Really ?
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) March 2, 2019
जबसे ये घातक हमला हुआ है, भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। इसके जवाब में, भारतीय वायु सेना ने हवाई हमले के जरिये बालाकोट, ख्य्बेर-पख्तूनखवा में जेएम के ट्रेनिंग कैंप को उड़ा दिया था।
भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने पहले एक प्रेस ब्रीफिंग में भारत द्वारा जवाबी हमले की पुष्टि करते हुए कहा था-“बालाकोट में सबसे बड़े जेएम शिविर में बड़ी संख्या में जेएम आतंकवादियों, प्रशिक्षकों, वरिष्ठ कमांडरों को मार दिया गया। जेएम प्रमुख मसूद अजहर के बहनोई मौलाना यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद गौरी ने इस शिविर का नेतृत्व किया था।”