कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटी द्वारा हाल ही में पेश की गयी एक रिपोर्ट के अनुसार एयरटेल की इन्टरनेट की स्पीड में लगातार सुधार देखने को मिल रहा है वहीँ रिलायंस जिओ अपनी सर्वश्रेष्ठ स्पीड के साथ शीर्ष ओहदे पर स्थिर है। इसके अलावा वोडाफोन की स्पीड में कोई सुधार नहीं बल्कि इसकी औसत स्पीड गिरती जा रही है।
कोटक का बयान :
कोटक द्वारा पेश की गयी रिपोर्ट जिसमे विभिन्न टेलीकॉम सर्विस प्रदाताओं की सुविधा की गुणवत्ता मापी गयी थी, इसमें कोटक द्वारा यह टिपण्णी की गयी की है की हम एयरटेल की लगातार, धीमी गति के सुधार से प्रभावित हैं क्योंकि यह भारती के लिए सुधार है। हालांकि वोडाफोन आईडिया द्वारा उनके फोकस बाज़ारों में भी सुधार दिखाना बाकी है।
रिपोर्ट का विवरण :
रिपोर्ट में कोटक द्वारा ट्राई आईडीटी, ट्राई मायस्पीड ऐप ओक्ला, ओपनसिग्नल और टुटेला सहित नेटवर्क के प्रदर्शन परीक्षणों का निरिक्षण किया गया था। इसके बाद इसके द्वारा सुझाव दिया कि नेटवर्क अनुभव मूल्य वृद्धि से आगे निकल जाएगा क्योंकि ग्राहक अब वृद्धि शील हो गए हैं और अब वे मूल्य से ज़्यादा अनुभव को प्राथमिकता देते हैं। इसी के चलते अब यदि कोई टेलीकॉम सुविधा प्रदाता काम मूल्य में खराब सुविधा प्रदान प्राथमिकता नहीं दी जायेगी बल्कि ज़्यादा मूल्य में कोई अच्छी सुविधा देता है तो उसे प्राथमिकता दी जायेगी।
ट्राई की रिपोर्ट का विस्तार :
टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया द्वारा जारी किये गए जनवरी माह के आंकड़ों में बताया गया है की जिओ की औसत स्पीड जनवरी माह में 18.8 Mbps रही है वहीँ एयरटेल की औसत स्पीड केवल 9.4 एमबीपीएस थी और इसके बाद वोडाफोन की 6.8 एमबीपीएस ही डाउनलोड स्पीड थी।
यहाँ देखा जा सकता है की जिओ की स्पीड एयरटेल की तुलना में लगभग दो गुना है। इसके साथ ही यह भी दिखाया गया है कीई अपलोड स्पीड के मामले में आईडिया अभी भी शीर्ष पर चल रहा है। आईडिया इन सभी प्रदाताओं से पीछे है और इसकी डाउनलोड स्पीड केवल 5.7 एमबीपीएस ही है।
Ookla की रिपोर्ट के परिणाम अलग :
जहां दुसरे सभी रिपोर्ट्स जिओ की स्पीड को सर्वश्रेष्ठ बता रहे हैं वहीँ ऊक्ला द्वारा पेश कीई गयी रिपोर्ट कुछ और ही कहानी कह रही है। इस रिपोर्ट में बताया गया है की हालांकि जिओ की देश भर में उपलब्धता बेहतर है लेकिन स्पीड के मामले में एयरटेल जिओ से लगभग दो गुना बेहतर है। लेकिन दूसरी सभी रिपोर्ट्स इसके बिलकुल विपरीत हैं।