कुछ दिनों से तनुश्री दत्ता और अजय देवगन के बीच ‘मीटू अभियान’ से जुड़ी बहस चल रही थी लेकिन इस विवाद में नया मोड़ लेकर आई हैं तनुश्री की बहन इशिता दत्ता जिन्होंने अपनी बहन की खुली चिट्ठी पर प्रतिक्रिया दी है। ये सब तब शुरू हुआ जब फिल्म “दे दे प्यार दे” में आलोक नाथ के दिखने पर तनुश्री ने अजय को पाखंडी बुलाते हुए कहा कि वह एक बलात्कारी को अपनी फिल्म में कैसे रख सकते हैं।
हालांकि, उनकी बहन इशिता अब बॉलीवुड सुपरस्टार अजय के बचाव में आई हैं। इशिता जिन्होंने फिल्म ‘दृश्यम’ में अजय की बेटी का किरदार निभाया था, वह अभिनेता से मजबूत सम्बन्ध साझा करती हैं। इशिता ने कहा कि अजय के ऊपर लगे इलज़ाम गलत है क्योंकि एक बार फिल्म का निर्माण पूरा हो जाये तो अभिनेता कुछ नहीं कर सकते।
इशिता ने पिंकविला को बताया-“मैं समझती हूँ कि ये मुझे एक अनिश्चित स्थिति में डाल सकता है लेकिन जो सच है वो सच है। मेरी बहन सच का समर्थन कर रही हैं। हर्गिज नहीं। अजय सर के साथ मेरा रिश्ता अलग है और मेरी बहन जो स्थिति के बारे में सोचती है, इसका उससे कोई ताल्लुक नहीं है। मुझे नहीं लगता कि वह मुझसे खफा होंगे, जो वह कहना चाहती हैं। वत्सल और मेरा उनसे मजबूत सम्बन्ध है। अजय सर फिल्म के निर्माता नहीं है तो अकेले उन्हें ही जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। ये सामूहिक निर्णय होना चाहिए। मुझे लगता है कि निर्माता संभवतः इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते थे।”
एक दिन पहले अजय ने भी तनुश्री के इल्ज़ामो का जवाब देते हुए कहा कि फिल्म का निर्माण आलोक नाथ पर ‘मीटू अभियान’ के तहत यौन उत्पीड़न के इलज़ाम लगने से पहले ही हो गया था। उन्होंने ये भी कहा कि फिल्म की शूटिंग दोबारा करना संभव नहीं होता क्योंकि ना बाकि पेशेवर के पास इतना समय है और ना ही बजट।