अमेरिका ने इस वर्ष पाकिस्तान के आतंकवाद पर लगाम के लिए कड़े कदम न उठाने के कारण 3 बिलियन डॉलर की सहायता राशि बंद कर दी थी। ट्रम्प प्रशासन द्वारा जारी किये 1.3 बिलियन डॉलर के आंकड़े से यह काफी ज्यादा है। अमेरिका द्वारा बंद की गयी सहायता राशि के आंकड़े जुटाने पर 3 बिलियन डॉलर आ रहा है।
हालांकि अभी इन आंकड़ों का खुलासा सार्वजनिक नहीं किया गया है। राष्ट्रपति ट्रम्प ने पाकिस्तान की रोकी सहायता राशि 1.3 बिलियन डॉलर बताई थी जबकि पेंटागन ने यह आंकड़ा 1.66 बिलियन डॉलर बताया था। हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति और पाकिस्तानी प्रधानमन्त्री के मध्य ट्विटर जंग छिड़ गयी थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि पाकिस्तान ने अमेरिका के लिए रत्ती भर भी कार्य नहीं किया है, सिर्फ अमेरिका से करोड़ों रूपए वसूले थे।
https://twitter.com/realDonaldTrump/status/1064544156960387072
https://twitter.com/realDonaldTrump/status/1064540462848098304
इमरान खान ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के ट्वीट पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें इतिहास के तथ्यों को खंगाल लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तान को 20 बिलियन डॉलर की सहायता राशि मुहैया की है, लेकिन इस अमेरिकी आतंक की जंग में पाकिस्तान ने 75 हज़ार लोग और 123 बिलियन डॉलर गँवाए हैं।
Record needs to be put straight on Mr Trump's tirade against Pakistan: 1. No Pakistani was involved in 9/11 but Pak decided to participate in US War on Terror. 2. Pakistan suffered 75,000 casualties in this war & over $123 bn was lost to economy. US "aid" was a miniscule $20 bn.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) November 19, 2018
3. Our tribal areas were devastated & millions of ppl uprooted from their homes. The war drastically impacted lives of ordinary Pakistanis. 4. Pak continues to provide free lines of ground & air communications(GLOCs/ALOCs).Can Mr Trump name another ally that gave such sacrifices?
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) November 19, 2018
Instead of making Pakistan a scapegoat for their failures, the US should do a serious assessment of why, despite 140000 NATO troops plus 250,000 Afghan troops & reportedly $1 trillion spent on war in Afghanistan, the Taliban today are stronger than before.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) November 19, 2018
कई सालो से अमेरिकी अधिकारी पाकिस्तान पर इल्ज़ाम लगा रहे हैं कि वह अमेरिका के साथ दोहरी चाल चल रहा है और आतंकी समूहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं कर रहा है। पाकिस्तान ने अपनी सरजमीं पर हक्कानी, तालिबान और लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकी संगठनों को पनाह दे रखी है।
पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में सांसदों ने पाकिस्तान से सहायता के बदले कुछ सख्त शर्ते रखने का सुझाव दिया था। लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिका के पहले राष्ट्रपति है जिन्होंने पाकिस्तान की साहयता राशि पर पूर्णविराम लगाया है। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था कि अमेरिका ने मूर्खतापूर्ण पाकिस्तान ने पिछले 15 वर्षों में 33 बिलियन डॉलर से अधिक की राशि मुहैया की है और पाकिस्तान ने हमें झूठ और धोखा दिया है, वह हमारे नेताओं को मूर्ख समझता है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि पाकिस्तान आतंकियों को सुरक्षा प्रदान करता है और हम अफगानिस्तान में जूझते हैं। उन्होंने कहा कि अब बस, अब और पाकिस्तान को सैन्य सहायता राशि नहीं मुहैया की जाएगी। अमेरिका ने कहा कि जब तक पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ अपना रुख नहीं बदलेगा, अमेरिका उन्हें कोई आर्थिक सहायता नहीं देगा।