रोहिंग्या शरणार्थियों की वजह से बांग्लादेश में बढ़ रहा सामाजिक-आर्थिक दबावः शेख हसीना
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री का कहना है रोहिंग्या शरणार्थियों की कॉक्स बाजार में रहने से बड़े पैमाने पर सामाजिक-आर्थिक दबाव बढ़ गया है।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री का कहना है रोहिंग्या शरणार्थियों की कॉक्स बाजार में रहने से बड़े पैमाने पर सामाजिक-आर्थिक दबाव बढ़ गया है।
संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि रोहिंग्या लोगों की म्यांमार में वापसी अभी तक पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है।
बांग्लादेश के एक अधिकारी के मुताबिक रोहिंग्या शरणार्थियों की घर वापसी को अगले महीने तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
बांग्लादेश के शरणार्थी शिविरों में रहने वाले रोहिंग्या लोगों की म्यांमार में घर वापसी की प्रत्यावर्तन प्रक्रिया 22 जनवरी से शुरू होगी।
ट्रम्प प्रशासन ने रोहिंग्या लोगों पर अत्याचार व मानव अधिकारों के दुरूपयोग के लिए म्यांमार के एक शीर्ष जनरल की भूमिका बताई है।
म्यांमार सेना प्रमुख के साथ मुलाकात के बाद भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर म्यांमार नेता आंग सान सू की के साथ भी वार्ता करेंगे।
मंगलवार को हुई बैठक में आधिकारिक रूप से तय हुआ कि रोहिंग्या शरणार्थियों की म्यांमार मे घर वापसी जनवरी 2018 से शुरू हो जाएगी।
म्यांमार का छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सोमवार को बांग्लादेश के ढ़ाका में होने वाली बैठक में शिरकत करने वाला है।
एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि पत्रकारों की गिरफ्तारी से संकेत मिल रहा है कि म्यांमार में प्रेस की स्वतंत्रता सिकुड़ रही है।
मानवाधिकार वॉच ने दोनों सरकारों को पत्र लिखकर कहा है कि रोहिंग्या की घर वापसी म्यांमार में स्थिति सामान्य होने से पहले ही हो रही है।